आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक दल के चीफ व्हिप संजीव झा ने पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा द्वारा दिल्ली की हवा साफ होने के किए जा रहे दावे पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की चार इंजन की सरकार में दिल्ली की हवा ज़हर बन चुकी है, लेकिन मंत्री मनजिंदर सिरसा कह रहे हैं कि कहीं प्रदूषण ही नहीं है। दिल्ली की हवा में सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। हर किसी के मोबाइल पर एक्यूआई 1000 से 1500 से ज्यादा दिख रहा है। लेकिन पर्यावरण मंत्री शुतुरमुर्ग की तरह अपना सिर रेत में छुपाकर कह रहे हैं कि कोई प्रदूषण नहीं है।
संजीव झा ने कहा कि दिवाली की रात का डीपीसीसी और सीपीसीबी का डेटा गायब कर दिया गया है, लेकिन डेटा दबाने से सच्चाई तो नहीं छिपती। दिल्ली में भाजपा सरकार के संरक्षण में पटाखे खुलेआम बिके और खुलेआम फोड़े गए, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने सिर्फ ग्रीन पटाखों की अनुमति दी थी। उन्होंने कहा कि यमुना झाग से भर गई, हवा में ज़हर फैल गया और सरकार सिर्फ बयान देती रही है। अब सवाल ये है कि जब सरकार ने कृत्रिम वर्षा की बात की थी, तो करा क्यों नहीं रही है। विंटर एक्शन प्लान कहां है? दिल्ली के लोगों की सांस का हक़ बचाने के लिए कौन से कदम उठाए जा रहे हैं?
संजीव झा ने कहा कि दिल्ली की हवा लगातार खराब हो रही है। लोगों को सांस लेना मुश्किल हो रहा है। लेकिन दिल्ली की भाजपा सरकार के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा कह रहे हैं कि कहीं कोई प्रदूषण नहीं है। पर्यावरण मंत्री का यह दावा उस शुतुरमुर्ग की तरह है। जब आंधी आती है तो शुतुरमुर्ग अपना सिर रेत में छिपा लेता है और आंधी के चले जाने के बाद कहता है कि कोई आंधी आई ही नहीं थी। ठीक यही काम भाजपा मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा कर रहे हैं और कह रहे हैं कि दिल्ली के कोई प्रदूषण ही नहीं है। उन्होंने कहा कि लोगों को यह जानकर आश्चर्य होगा कि दिवाली की रात का डीपीसीसी और सीपीसीबी का डेटा ही उपलब्ध नहीं है। डेटा चुराने या दबाने से सच्चाई तो छिप नहीं जाएगी।
संजीव झा ने कहा कि अब हर व्यक्ति के मोबाइल पर दिख रहा है कि दिवाली के अगले दिन सुबह दिल्ली के अलग अलग इलाकों में एक्यूआई 1000 से 1500 तक पहुंच गया था। यह प्रदूषण दिल्ली के लोगों के लिए दमघोंटू साबित हो रहा है। वहीं, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मंत्री समेत भाजपा के सभी नेता प्रदूषण कम करने के उपायों, कार्ययोजना या विंटर एक्शन प्लान पर चर्चा नहीं कर रहे हैं। भाजपा कभी पंजाब तो कभी दिल्ली के किसानों पर प्रदूषण बढ़ाने का आरोप लगा रही हैं। दरअसल, भेजो वाले किसानों के दुश्मन है। लेकिन सवाल यह है कि क्या भाजपा द्वारा किसानों पर आरोप लगा देने से दिल्ली का प्रदूषण कम हो जाएगी, नहीं होगा। प्रदूषण कम करने के लिए भाजपा सरकार को ठोस प्रयास करने पड़ेंगे।
संजीव झा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि केवल ग्रीन पटाखे छूटेंगे। लेकिन पूरी दिल्ली में सभी तरह के पटाखे बिक रहे थे और पूरी रात छोड़े गए। यह सब भाजपा सरकार के संरक्षण में हुआ है। भाजपा के मंत्री कह रहे थे कि यहां पटाखे छूटेंगे। क्यों पटाखे छूटेंगे? बहुत सारी पटाखा कंपनियों का कहना है कि उन्होंने दिल्ली सरकार के मंत्रियों को करोड़ों रुपए दिए हैं। इन कंपनियों से पैसा लेकर ही विज्ञापन करवाए गए कि दिवाली बिना पटाखों के कैसे होगी। दिवाली दीपों का त्योहार है। यदि भाजपा के इन मंत्रियों की मानें तो जीने के अधिकार से ज्यादा महत्वपूर्ण बम फोड़ने का अधिकार है। किस धर्मग्रंथ में लिखा है कि दिवाली में पटाखे छूटेंगे? स्कंद पुराण में लिखा है कि विशेष तौर पर कार्तिक अमावस्या को दीप दान करें, मां लक्ष्मी को प्रसाद चढ़ाएं। दिवाली दीपों का त्योहार है। पटाखा कंपनियों से कमीशन लेकर भाजपा इसका प्रचार कर रही है और इसका खामियाजा दिल्ली की जनता को भुगतना पड़ा रहा है।
संजीव झा ने भाजपा नेताओं से कहा कि उनके परिवार में भी सांस की बीमारियां वाले लोग होंगे। किसी को अस्थमा, किसी को दमा होगा। उनसे जरा पूछो कि उनके लिए यह प्रदूषण कितना दुखदायी है। पैसा और कमीशन आ गया तो सब ठीक है और भाजपा दिल्लीवालों की चिंता करना भूल गई। चाहे यमुना में प्रदूषण हो या हवा में, सिर्फ बोलने से चीजें ठीक नहीं होंगी। इसके लिए प्रयास बताने होंगे। भाजपा कहती हैं कि कृत्रिम वर्षा कराएंगे, तो करवाना चाहिए। कृत्रिम वर्षा की सारी अनुमति मिल चुकी है। यदि इससे प्रदूषण कम हो सकता है तो करें।
संजीव झा ने कहा कि आज यमुना में भी खूब झाग निकल रहा है। उसमें नाव चलाकर केमिकल का छिड़काव कर रहे हैं। केमिकल से झाग तो खत्म हो सकता है, लेकिन प्रदूषण नहीं। यदि प्रदूषण खत्म हुआ तो पूरी कैबिनेट चले और पानी पीकर दिखाए। तब दिल्ली की जनता को भरोसा होगा कि यमुना साफ हो गई है। मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा हों या पूरी भाजपा सरकार, उनके नकारेपन का सारा खामियाजा दिल्ली की जनता भुगत रही है। मैं उम्मीद करता हूं कि भाजपा कुछ ठोस प्रयास करेगी, यह नकारापन नहीं दिखाएगी।