आम आदमी पार्टी ने पूर्वांचल समाज के लोगों के प्रति भाजपा के उमड़े प्यार को दिखावा और फर्जी बताया है। “आप” वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक विनय मिश्रा ने कहा कि पूर्वांचलियों से भाजपा की नफरत जगजाहिर है। भाजपा का छठ पूजा में उमड़ा झूठा प्यार सिर्फ बिहार चुनाव की मजबूरी है। भाजपा का इतिहास ही पूर्वांचल समाज के लोगों के प्रति नफरती रहा है। इन्होंने बार-बार दिल्ली में छठ पूजा में विघ्न डाला है। भाजपा ने अपनी इसी नफरत के चलते पूर्वांचल समाज से आने वाले दिल्ली के परिवहन मंत्री की फोटो डीटीसी बसों पर नहीं लगने दी। इससे पहले भी भाजपा नेता पूर्वांचल के छात्रों को डीयू में दाखिला से रोकने के साथ दिल्ली की छवि बिगाड़ने, विकास रोकने जैसे आरोप लगाते रहे हैं। सिर्फ बिहार चुनाव के चलते भाजपा को पूर्वांचलियों की याद आ रही है, वरना ये तो हमेशा पूर्वांचलियों को दिल्ली से बाहर निकालना चाहते हैं।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक विनय मिश्रा ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रेस वार्ता कर कहा कि अभी भाजपा का दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचलियों के लिए नया-नया प्रेम जागा है, लेकिन भाजपा का यह प्रेम उसकी मजबूरी है क्योंकि बिहार चुनाव सिर पर है और दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचल के लोगों को खुश रखना उसकी मजबूरी हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से भाजपा के सांसद, पार्षद समेत बड़े-बड़े नेता समय-समय पर दिल्ली में पूर्वांचलियों की छठ पूजा में बाधा डालने की कोशिश करते रहे हैं। भाजपा के लोग पुलिस, डीडीए और स्थानीय नेताओं के माध्यम से छठ में व्यवधान डालने की कोशिश की, घाटों को तोड़ा और पूर्वांचली भाई-बहनों को छठ मनाने से रोका। कई बार आम आदमी पार्टी के विधायकों को छठ कराने के लिए प्रदर्शन तक करने पड़े।
विनय मिश्रा ने कहा कि पूर्वांचलियों से भाजपा की नफरत इस कदर है कि दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री पूर्वांचल से हैं। इसलिए भाजपा सरकार ने डीटीसी बसों पर उनकी फोटो तक नहीं लगाई है। जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार थी, तब डीटीसी बसों के पीछे मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री की फोटो लगी रहती थी, लेकिन भाजपा वालों ने अपने परिवहन मंत्री की फोटो तक नहीं लगाई। यह भाजपा की पूर्वांचलियों से नफरत दिखाई है। भाजपा वाले इतिहास की बहुत बातें करते हैं, 10 साल पुराने इतिहास का शोर मचाते हैं, लेकिन अपना इतिहास भूल जाते हैं। अगर भाजपा नेताओं के इतिहास में झांक कर देखा जाए तो पूर्वांचलियों के प्रति इनकी नफरत समय-समय पर कई बार सामने आ चुकी है।
विनय मिश्रा ने कहा कि 1999 में भाजपा के एमसीडी में मेयर योगदान आहूजा थे। 1999 में योगदान आहूजा ने टाउन हॉल के अंदर कहा था कि पूर्वांचल के लोग दिल्ली की छवि और गौरव को खराब करते हैं। इनके रहने के गंदे और भद्दे तौर-तरीके राजधानी की शोभा को खराब करते हैं। इसलिए इन्हें दिल्ली आने से रोकना चाहिए और अगली ट्रेन से वापस भेज देना चाहिए। भाजपा का बिहार के लोगों के प्रति कुछ ऐसा प्रेम है। इसी तरह, 2003 से 2008 तक साकेत से भाजपा विधायक विजय जॉली थे। उन्होंने 2004 में दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल कर मांग की कि दिल्ली विश्वविद्यालय में यूपी-बिहार समेत बाहर के छात्र-छात्राओं का दाखिला रोका जाए। जबकि उसी दिल्ली यूनिवर्सिटी से डॉ. मनमोहन सिंह और अमर्त्य सेन जैसे महान लोग निकले। अगर बाहर या पूर्वांचल के छात्र न आते तो ये कैसे संभव होता? लेकिन इनकी सोच थी कि स्थानीय छात्रों को सीटें कम मिल रही हैं, इसलिए पाबंदी लगाई जाए। विधानसभा में भी इस पर चर्चा हुई थी।
विनय मिश्रा ने कहा कि भाजपा के बड़े नेता विजय गोयल ने देश की सबसे बड़ी पंचायत राज्यसभा में कहा था कि यूपी-बिहार से आने वाले मजदूरों को दिल्ली के अंदर नहीं आने देना चाहिए क्योंकि इनके कारण दिल्ली के विकास पर असर पड़ता है। हर साल यूपी बिहार के करीब 6 लाख लोग राजधानी में बसते हैं, इन्हें रोकना होगा। विजय गोयल के इस बयान के खिलाफ आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जंतर- मंतर पर प्रदर्शन भी किया था। सच तो ये है कि भाजपा के लोग पूर्वांचल के लोगों के प्रति प्रेम का झूठे घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। असल में इन्हें पूर्वांचलियों से कोई लेना-देना नहीं है।
विनय मिश्रा ने कहा कि 2022 में द्वारका विधानसभा में भाजपा ने छठ पूजा रोकने की कोशिश की। इससे पहले, आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज की विधानसभा ग्रेटर कैलाश में भी छठ घाट बनाने से रोका गया। समय-समय पर भाजपा छठ पूजा में विघ्न डालती रही है। यूपी-बिहार के लोगों के प्रति इनके दिल में नफरत बसी हुई है। बस बिहार चुनाव सिर पर है, इसलिए मजबूरी में पूर्वांचल के लोग याद आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी भाजपा से कहना चाहती है कि वह नाटक न करें। पूर्वांचल के लोग अपनी अस्मिता से बहुत प्यार करते हैं, उसका खिलवाड़ न करें