दीपावली पर ग्रीन पटाखों के साथ प्रतिबंधित पटाखे भी छोड़े जाने से जहरीली हुई दिल्ली की हवा के बावजूद आर्टिफिशियल वर्षा नहीं कराने पर आम आदमी पार्टी ने भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया है। दिल्ली के प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज और पूर्व पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने वायु प्रदूषण को खतरनाक स्तर पर पहुंचने पर भाजपा सरकार से पूछा है कि प्रदूषण ठीक करने के लिए मंगलवार को आर्टिफिशियल वर्षा क्यों नहीं कराई गई। क्या भाजपा सरकार चाहती है कि दिल्ली के लोग बीमार हों। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सरकार ने कहा था कि हम दिवाली के बाद आर्टिफिशियल रेन कराकर सारा प्रदूषण ठीक कर देंगे, लेकिन नहीं कराई। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की निजी अस्पतालों के साथ सांठ-गांठ है। ये लोग सरकारी अस्पताल बंद करेंगे। इसीलिए सुनियोजती तरीके सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं कम की जा रही है।
सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को कहा कि भाजपा सरकार दिल्ली में प्रदूषण खत्म करने को लेकर झूठ बोलती है। सरकार ने कहा था कि दिवाली के बाद आर्टिफिशियल रेन कराकर प्रदूषण को ठीक कर देंगे, लेकिन आर्टिफिशियल रेन नहीं हुई। अगर भाजपा सरकार आर्टिफिशियल रेन कराने की क्षमता रखती थी और वादा भी किया था, तो उन्होंने आर्टिफिशियल वर्षा क्यों नहीं कराई? क्या भाजपा सरकार चाहती हैं कि दिल्लीवासी बीमार पड़ें और प्राइवेट अस्पतालों की ओर भागें?
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा सरकार की प्राइवेट अस्पतालों के साथ साठगांठ है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता लगातार प्राइवेट अस्पतालों का उद्घाटन कर रही हैं। दिल्ली में भाजपा की सरकार के बनने के बाद सरकारी अस्पतालों में दवाइयां एक सुनियोजित तरीकों से खत्म की जा रही हैं। अब सरकारी अस्पतालों में टेस्ट बंद कर दिए गए हैं और लगातार सुविधाओं को कम किया जा रहा है। इसके पीछे सरकार का असली मकसद साफ-साफ दिख रहा है कि प्राइवेट स्वास्थ्य सुविधाएं, प्राइवेट अस्पताल, प्राइवेट क्लीनिक और प्राइवेट नर्सिंग होम मोटा मुनाफा कमा सकें।
सौरभ भारद्वाज ने दिवाली पर ग्रीन पटाखों के अलावा सामान्य पटाखे भी छोड़े जाने पर कहा कि पटाखों का कारोबार करोड़ों रुपए का है। पटाखों की बिक्री से पटाखा लॉबी को करोड़ों रुपए का फायदा हुआ है। यह फायदा किस-किस के बीच बांटा गया? यह कैसे हुआ कि ग्रीन क्रैकर्स के अलावा प्रतिबंधित पटाखे खुलेआम बिके? इसका सीधा मतलब है कि अरबों रुपए के पटाखे तैयार करने वाली लॉबी का सरकार पर दबाव था कि इन्हें बिकवाइए। अगर पुलिस की मौजूदगी में ऐसा हो रहा है, तो यह साठगांठ की तरफ साफ इशारा करता है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मेरे फोन पर ऐप दिल्ली का एक्यूआई 600 दिखा रहा है। पता नहीं भाजपा सरकार ने ऐसा क्या किया है, मुझे इसकी जानकारी नहीं। लेकिन जिस सरकार की मुख्यमंत्री को एक्यूआई भी सही से बोलना नहीं आता, वो आईक्यू, एआईक्यू, क्यू पता नहीं क्या बोलती हैं। मै सीएम रेखा गुप्ता से उम्मीद नहीं करता हूं कि वह यमुना के प्रदूषण या वायु प्रदूषण को समझ सकती है। उनको इसकी समझ नहीं है। उन्होंने कहा कि डिफोमिंग एजेंट का इस्तेमाल यमुना में झाग को हटाने के लिए किया जाता है। पिछले साल तक आम आदमी पार्टी की सरकार की इसी केमिकल को यमुना में डालती तो भाजपा कहती थी कि यमुना में जहर मिलाया जा रहा है। अब सीएम रेखा गुप्ता वही केमिकल यमुना डलवा कर उसकी फोटों खिंचवाकर कह रही हैं कि यमुना का प्रदूषण खत्म हो गया। भाजपा जानबूझकर ऐसे ही व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाती है, जो उनके प्रोपेगैंडा को बिना सोचे-समझे चलाता रहे। जिस मुख्यमंत्री को एक्यूआई तक सही से बोलना नहीं आता, उनसे कोई प्रदूषण नियंत्रण की क्या उम्मीद कर सकता है?
सौरभ भारद्वाज ने एक्स पर कहा कि पहले यह संदेह था कि भाजपा की दिल्ली सरकार का मल्टी-करोड़ “पटाखा लॉबी” के साथ कुछ समझौता था, लेकिन अब यह लगभग निश्चित है।दिल्ली सरकार के जिला मजिस्ट्रेट, उनकी टीमें और दिल्ली पुलिस ने सामान्य पटाखों की अवैध बिक्री को नहीं रोका, हालांकि सुप्रीम कोर्ट की अनुमति केवल “हरे पटाखों” के लिए थी। दिवाली की रात (20 अक्टूबर की शाम 7 बजे से 21 अक्टूबर की सुबह 6 बजे तक) दिल्ली के प्रदूषण स्तरों पीएम2.5 और पीएम10 के सीपीसीबी डेटा उपलब्ध क्यों नहीं हैं? दिवाली की रात अधिकांश डीपीसीसी के वायु प्रदूषण निगरानी स्टेशनों पर डेटा क्यों गायब था? क्या सरकार अब प्रदूषण डेटा में हेराफेरी कर रही है?
वहीं, दिल्ली पूर्व पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली का प्रदूषण बेहद गंभीर स्थिति में पहुंच चुका है। आधे से ज्यादा क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर रेड जोन में चला गया है, लेकिन भाजपा की सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है। दिल्ली के मौजूदा पर्यावरण मंत्री बहाने बना रहे हैं। भाजपा मंत्री ने कहा था कि प्रदूषण इसलिए बढ़ गया क्योंकि दिल्ली के आसपास के इलाकों से प्रदूषण दिल्ली आ रहा है। यह बात सबको पता है, लेकिन आज दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और केंद्र में तो भाजपा की ही सरकार है।
गोपाल राय ने कहा कि पिछले 20 दिनों से भाजपा के पर्यावरण मंत्री और उनकी सरकार क्या कर रही थी? वे सबके साथ बातचीत करने की बजाय सिर्फ बयानबाजी कर रहे थे। भाजपा सरकार ने विंटर एक्शन प्लान 15 दिनों तक नहीं बनाया। उसे आनन-फानन में घोषित किया गया। लेकिन आज जो हॉटस्पॉट रेड जोन में हैं, जहां हवा सबसे ज्यादा खराब है। आम आदमी पार्टी की सरकार से अपील है कि प्रदूषण का स्तर अभी और बढ़ेगा। इसलिए भाजपा सरकार बहानेबाजी छोड़कर काम पर ध्यान दें।