दिल्ली में दीपावली के दौरान पटाखों पर प्रतिबंध या जलाने की छूट को लेकर जो भी कोर्ट का आदेश आयेगा, आम आदमी पार्टी उसका पालन करेगी। “आप” के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने पटाखों पर लगे प्रतिबंध पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई को लेकर कहा कि आम आदमी पार्टी दिवाली पर पटाखे जलाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के हर फैसले का स्वागत करेगी। उन्होंने कहा कि “आप” सरकार के दौरान यमुना किनारे छठ पूजा मनाने और दिवाली पर पटाखे जलाने को लेकर कोर्ट से जो आदेश आते थे, उसका हम पालन करते थे। अगर कोर्ट कहता है कि कि कितना भी प्रदूषण हो, लेकिन दिवाली पर पटाखे जलने चाहिए तो हम भी उसे मान लेंगे।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार के दौरान दिल्ली में यमुना के किनारे छठ पूजा मनाने की बात हो या फिर दिवाली पर पटाखे जलाने की बात हो, इसके आदेश सीधे न्यायालय से आते थे। उस समय न्यायालय कहते थे कि यमुना के किनारे छठ पूजा नहीं होनी चाहिए तो हम कहते थे कि यमुना के किनारे छठ पूजा नहीं मनाएंगे। उस समय न्यायालय कहते थे कि दीपावली पर पटाखे नहीं जलाने हैं तो हम उस आदेश का भी पालन करते थे। अब अगर न्यायालय कहेगा कि यमुना चाहे कितनी भी मैली हों, उसके किनारे छठ मननी चाहिए, तो हम कहेंगे कि मनानी चाहिए। न्यायालय कहेगा कि चाहे कितना भी प्रदूषण हो, दीपावली पर पटाखे जलने चाहिए तो हम भी कहेंगे कि बिल्कुल जलने चाहिए। हमें यमुना किनारे छठ मनाने और दिवाली पर पटाखे जलाने से कोई आपत्ति नहीं है, जैसा कोर्ट कहेगा, वैसा करेंगे।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एक कोर्ट के जज ने कहा कि कुत्तों को एक जगह बांध दो, सरकार ने कहा ठीक है, बांध देंगे। फिर उसी कोर्ट के जज ने कहा कि इन्हीं कानूनी किताबों से मुझे लगता है कि कुत्तों को छोड़ देना चाहिए, सरकार ने वैसा ही किया। इसलिए ये सब कोर्ट के हाथ में है।
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर सनातन विरोधी होने का आरोप लग रहा है। लेकिन कुछ दिन पहले जज बीआर गवई ने खुद कहा है कि सिर्फ दिल्ली में पटाखों पर बैन क्यों है? अगर पटाखों पर प्रतिबंध हो, तो पूरे देश में हो, वरना दिल्ली में भी न हो। मुख्य न्यायाधीन ने पहले ही संकेत दे दिया है कि दिल्ली में पटाखों पर लगे प्रतिबंध हटाएंगे। इसके बाद भी भाजपा के ट्रोल्स मुख्य न्यायाधीश को ‘सनातन विरोधी’ बता रहे हैं। अगर पटाखों पर प्रतिबंध से सनातन के विरोध में होने या सनातन के साथ होने की परिभाषा आती है तो मुख्य न्यायाधीश पटाखों पर प्रतिबंध हटाने वाले हैं। वह तो इनके साथ हैं।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पटाखों पर प्रतिबंध हटाने को लेकर भाजपा सरकार सिर्फ खानापूर्ति कर रही है, ताकि इन मुद्दों पर राजनीतिक न की जाए। उन्होंने सवाल किया कि “आप” की सरकार के दौरान दिल्ली में दुर्गा पूजा और रामलीला रात में 10 बजे तक ही क्यों होती थी? क्योंकि भाजपा की दिल्ली पुलिस हमें रात 12 बजे तक दुर्गा पूजा और रामलीला के आयोजन की अनुमति नहीं देती थी। अब चूंकि दिल्ली में भाजपा की ही सरकार है तो भाजपा की दिल्ली पुलिस दिल्ली सरकार को रात 12 बजे तक दुर्गा पूजा और रामलीला की अनुमति दे दी। अब भाजपा इस बात का श्रेय ले रही है कि उसने रामलीला और दुर्गा पूजा रात 12 बजे तक करा दिया। भाजपा ने खुद ही रोका था और भाजपा ने करा दिया। इसी तरह जीएसटी दरों कम करने का भी भाजपा श्रेय ले रही है। भाजपा ने ही जीएसटी बढ़ाया था, अब उसी ने जीएसटी घटा दिया।