भाजपा सरकार से समान काम के लिए समान वेतन की मांग कर रहे दिल्ली नगर निगम के एमटीएस कर्मचारियों की हड़ताल में आम आदमी पार्टी के पार्षद भी शामिल हुए और उनकी सभी मांगों का समर्थन किया। नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग के नेतृत्व में हड़ताल में शामिल “आप” पार्षदों ने भाजपा सरकार से उनकी सभी मांगे पूरी करने की अपील की। अंकुश नारंग ने कहा कि 8 दिनों से 5 हजार कर्मचारी हड़ताल पर हैं। उनके हड़ताल पर जाने के बाद से फॉगिंग और टैंक चेकिंग बंद है, लेकिन मेयर राज इकबाल सिंह को इसकी कोई चिंता नहीं है। चार इंजन की भाजपा सरकार की विफलता के चलते ही दिल्ली में डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया के केस बढ़ रहे हैं।
अंकुश नारंग ने कहा कि पिछले 8 दिन से एमसीडी के एमटीएस और सीएफडब्ल्यू के 5,200 कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। 29 सितंबर से हड़ताल पर बैठे कर्मचारी समान वेतन, मेडिकल लीव और मृत्यु पर परिवार को नौकरी देने की मांग कर रहे है। उनकी ये तीनों मांगें जायज हैं। भाजपा की चार इंजन वाली सरकार की लापरवाही से दिल्ली की जनता डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी महामारियों का शिकार हो रही है। एमसीडी के मलेरिया-डेंगू विभाग में तैनात ये कर्मचारी घर-घर जाकर मच्छरों की रोकथाम, फॉगिंग, वाटर टैंक चेकिंग और छिड़काव का काम करते हैं। 25-30 साल से अपनी सेवा दे रहे हैं, फिर भी इनको समान वेतन नहीं मिल रहा। ये लोग बीमारी के बीच काम करते हैं, लेकिन मेडिकल लीव तक नहीं मिलती। अगर उनकी मौत हो जाती है, तो परिवार को नौकरी का हक नहीं है। इनकी ये मांगें पूरी तरह जायज हैं। आम आदमी पार्टी इनका समर्थन करती है, लेकिन दिल्ली की जनता का नुकसान न हो, इसके लिए तत्काल समाधान चाहिए।
अंकुश नारंग ने कहा कि भाजपा के चारों इंजन फेल हैं। महापौर का अहंकार इतना है कि वे कर्मचारियों की मांगें मानने को तैयार नहीं हैं। आठ दिनों से फॉगिंग, छिड़काव और टैंक चेकिंग बंद है। दिल्ली में डेंगू-मलेरिया के मामले पांच साल के उच्चतम स्तर पर हैं, लेकिन भाजपा द्वारा कोई जागरूकता अभियान भी नहीं चलाया जा रहा है। अरविंद केजरीवाल ने ’10 रविवार, 10 मिनट डेंगू पर’ कैंपेन चलाया था, जहां जनता गमलों-पौधों में पानी चेक करती थी। भाजपा के पास न रणनीति है, न अस्पतालों में व्यवस्था। दिल्ली की जनता भगवान भरोसे है।
अंकुश नारंग ने बताया कि मैंने मेडिकल हेल्थ ऑफिसर (एमएचओ) से कर्मचारियों को मिलवाया, जहां आश्वासन मिला, लेकिन अमल नहीं हुआ। मैंने बतौर नेता विपक्ष सदन में भी आवाज उठाई कि हड़ताल से पहले महापौर मिल लें, लेकिन उन्होंने समय नहीं निकाला। कर्मचारी भूख हड़ताल पर हैं। रोज आठ लोगों की टीम 24 घंटे उपवास करती है। महापौर राजा इकबाल सिंह “डमी” मेयर हैं, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। भाजपा सिर्फ भ्रष्टाचार पर ध्यान दे रही है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता रक्षाबंधन पर कर्मचारियों को राखी बंधवाती हैं, लेकिन 5,200 परिवारों को सड़क पर छोड़ दिया।
अंकुश नारंग ने बताया कि “आप” पार्षदों ने धरना स्थल पर हाजिरी लगाई। सह-प्रभारी प्रवीण देशमुख और प्रीति डोगरा के साथ महेश खींची, रविंद्र भारद्वाज, राकेश कुमार (पूर्व पार्षद), स्थानीय पार्षद किरण बाला, रमेश प्रधान, सारिका चौधरी, विजय कुमार, निर्मला कुमारी और अमृत जैन उपस्थित रहे।
आम आदमी पार्टी के एमसीडी सह-प्रभारी प्रवीण कुमार ने कहा कि पिछले आठ दिनों से सिविक सेंटर के सामने धरने पर बैठे एमसीडी के मलेरिया-डेंगू विभाग के एमटीएस कर्मचारी भारी बारिश, गर्मी और धूप सहते हुए अपने हक के लिए संघर्ष कर रहे हैं। समान कार्य के लिए समान वेतन की उनकी मांग पूरी तरह जायज है। उन्होंने कहा कि एमसीडी में एमटीएस कर्मचारियों की सैलरी में भारी असमानता है। किसी की 16,000 रुपये, किसी की 20,000, तो किसी की 26,000 रुपये है। कुछ को तो न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिल रही। दुनिया भर में समान काम के लिए समान वेतन का सिद्धांत लागू है। ये कर्मचारी घर-घर जाकर डेंगू-मलेरिया की रोकथाम के लिए काम करते हैं, फिर भी उनके साथ यह भेदभाव क्यों? उन्होंने कई दौर की बातचीत का जिक्र किया, जो मेयर और एमसीडी अधिकारियों से हो चुकी है, लेकिन भाजपा सरकार इनकी जायज मांगों को मानने को तैयार नहीं है।
प्रवीण कुमार ने कहा कि जब जब एमसीडी में “आप” की सरकार थी और शैली ओबेरॉय मेयर थीं,तब इन कर्मचारियों को डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकिंग (डीबीसी) के तौर पर एमटीएस का दर्जा दिया गया था। लेकिन एमटीएस बनने के बाद भी पुरानी सैलरी ही मिल रही है, जबकि नई एमटीएस सैलरी लागू होनी चाहिए। यह बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि केंद्र से लेकर एमसीडी तक भाजपा की चार इंजन वाली सरकार है, लेकिन स्टैंडिंग कमेटी का चेयरमैन मेयर से लड़ रहा है, पार्षद चेयरमैन से भिड़ रहे हैं, मुख्यमंत्री की बात कोई सुन नहीं रहा। भाजपा वाले ब्रेक लगा रहे हैं और इंजन आपस में टकरा रहे हैं। जनता परेशान है, अब इन इंजनों को हटाने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी इन कर्मचारियों का पूरा समर्थन करेगी। जब तक धरना चलेगा, जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, पार्टी के नेता-कार्यकर्ता उनके साथ खड़े रहेंगे।