सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के खिलाफ लद्दाख के साथ देश की राजधानी दिल्ली में भी विरोध हुआ। शुक्रवार शाम को आम आदमी पार्टी ने सोनम वांगचुक की फर्जी केस में गिरफ्तारी के खिलाफ कैंडल मार्च निकाल कर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। “आप” के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज के नेतृत्व में बड़ी तादात में कार्यकर्ता कैंडल मार्च में शामिल हुए और भाजपा व मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सोनम वांगचुक ने हिंसा भड़काने वाला कोई बयान नहीं दिया, फिर भी मोदी सरकार उन्हें देशद्रोही बता रही है। वहीं, दिल्ली में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने भड़काऊ भाषण देकर दंगे करवाए, कई लोग मारे गए, लेकिन उनके खिलाफ एफआईआर तक नहीं हुई।
कैंडल मार्च के उपरांत सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सोनम वांगचुक पर 3 इडियट्स नाम की फिल्म बनी है। उनकी समाज सेवा के बारे में पूरा लद्दाख जानता है। स्कूल में फेल होने वाले बच्चे उन्हीं के स्कूल में नौकरी देने की कला सीखते हैं। उन्होंने कहा कि जब भारत सरकार कहती थी कि देश में किसी ने घुसपैठ नहीं की, तब चीन के साथ लद्दाख में घुसपैठियों से चरवाहे लड़ते हुए दिखे। उस दौरान चीन भारत की सीमा में हजारों किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर रहा था। लद्दाख का क्षेत्र हमेशा बॉर्डर वाला रहा है। लद्दाख और कारगिल के लोग हमेशा चीनी फौज के खिलाफ खड़े रहे और देश के लिए लड़े। वे चीन की घुसपैठी बंद कराने के लिए मरने को तक तैयार हैं।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि लद्दाख के लोग जब पिछले पांच सालों से अपना हक मांग रहे थे, तब मोदी सरकार ने उन्हें बेवकूफ बनाया। उन्होंने कई बार अनशन किए, सैकड़ों लोग लद्दाख से चलकर 800 किमी दूर दिल्ली आए, लेकिन सरकार ने कई बार हुए अनशन के बावजूद भी उनकी नहीं सुनी। अगर लद्दाख के कुछ लोगों ने हिंसा की, तो मोदी सरकार ने सोनम वांगचुक पर एनएसए लगा दिया। इस कानून को 1980 में इंदिरा गांधी ने बनाया था, जिसका विरोध भाजपा खुद करती थी। आज गांधीवादी सोच वाले सोनम वांगचुक देश की सुरक्षा के लिए कैसे खतरा हो गए?
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली में दंगे कराए थे। उन दंगों में 40 से ज्यादा लोग मारे गए थे। कपिल मिश्रा का भड़काऊ बयान आज भी पब्लिक डोमेन में मौजूद है। लेकिन उनके ऊपर आज तक कोई एफआईआर नहीं दर्ज हो पाई। आश्चर्य की बात यह है कि हाई कोर्ट के जिस जज ने एफआईआर दर्ज करने की बात कही, उसका रातों रात ट्रांसफर कर दिया गया। दूसरी तरफ जो व्यक्ति गांधीवादी है और हमेशा से गांधी की बातों का अनुसरण करने के लिए लोगों को कहते आ रहा है, उसके ऊपर एनएसए लगा दिया जा रहा है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अगर मोदी सरकार देश के सीमावर्ती राज्य के लोगों को इस तरीके से बेइज्जत करेगी और उन्हें देशद्रोही कहेगी, तो वह देश के बॉर्डर की सुरक्षा के साथ समझौता कर रही है। सोनम वांगचुक देशद्रोही नहीं हैं, बल्कि असल देशद्रोही तो केंद्र सरकार में बैठे वो लोग हैं, जो सीमावर्ती राज्यों के साथ एक-एक करके खिलवाड़ कर रहे हैं। पहले कश्मीर के साथ खिलवाड़ की, अब लद्दाख के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मोदी सरकार से मणिपुर संभल नहीं पा रहा। केंद्र में बैठी भाजपा बस पूरे देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। लेकिन इसका खामियाजा पूरे देश को भुगतना पड़ेगा।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अगर वाकई में सोनम वांगचुक ने हिंसा भड़काई, तो कोई एक वीडियो दिखा दे, जिसमें सोनम वांगचुक हिंसा भड़का रहे हों। दूसरी तरफ, भाजपा नेता कपिल मिश्रा का वीडियो तो हर बच्चे ने देखा है। उन्होंने पुलिस के डीसीपी के साथ खड़े होकर हिंसा भड़काई, जिसमें 40 से ज्यादा लोग मारे गए। फिर भी, कपिल मिश्रा के खिलाफ आज तक पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने की हिम्मत नहीं दिखाई। जिस हाईकोर्ट जज ने कहा कि कपिल मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो, उसे रातों रात ट्रांसफर कर दिया गया। ये बहुत शर्मनाक बात है।