आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के प्रभारी मनीष सिसोदिया ने भाजपा की केंद्र सरकार से लद्दाख को राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहे लोगों का समर्थन किया है। अरविंद केजरीवाल लद्दाख के लोगों की मांग को जायज बताते हुए कहा कि लद्दाख को राज्य का दर्जा मिलना चाहिए, राज्य का दर्जा पाना लद्दाख का हक है। हमने ये आजादी इसलिए नहीं ली थी कि जनता अंग्रेजों के बजाय बीजेपी की गुलाम बन कर रह जाए। सत्ता के नशे में चूर बीजेपी एक-एक कर राज्यों को केंद्र शासित प्रदेश बनाकर लोगों का संवैधानिक अधिकार छीन रही है। आज लद्दाख के हालात चिंताजनक हैं। हर सच्चे देशभक्त को लद्दाख के लोगों का साथ देना चाहिए।
गुरुवार को “आप” के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि आज लद्दाख में जो हो रहा है, वो बेहद चिंताजनक है। हर सच्चे देशभक्त को लद्दाख के लोगों का साथ देना चाहिए। हमने अंग्रेज़ों से इसलिए आज़ादी थोड़ी ली थी कि जनता अंग्रेज़ों की बजाय बीजेपी की गुलाम बन जाए?
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद जैसे क्रांतिकारियों ने लोकतंत्र के लिए अपना बलिदान दिया था, ताकि हर भारतीय को अपनी खुद की सरकार चुनने का अधिकार मिले। लेकिन आज बीजेपी सत्ता के नशे में चूर होकर एक के बाद एक राज्यों को केंद्र शासित प्रदेश बना रही है, संविधान द्वारा दिए गए अधिकार छीन रही है।
उन्होंने कहा कि लदाख के लोग क्या मांग रहे हैं? वो सिर्फ़ अपने वोट का अधिकार, सरकार चुनने का अधिकार मांग रहे हैं, लेकिन भाजपा उनकी आवाज़ दबा रही है। बार-बार वादा कर के भी उन्हें वोट का अधिकार नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र जनता की आवाज़ है और जब सरकार वही आवाज़ दबाने लगे तो जनता का ये कर्तव्य है कि वह और बुलंद आवाज़ में बोले। देश के लोकतंत्र को बचाना है तो इस तानाशाही के ख़िलाफ़ अब चुप नहीं बैठा जा सकता। आज लदाख की लड़ाई, कल पूरे देश की लड़ाई बन सकती है।
उधर, “आप” के वरिष्ठ नेता और पंजाब के प्रभारी मनीष सिसोदिया ने एक पर कहा कि लद्दाख के लोगों की मांग सुनने और उनका समाधान निकालने की बजाय, बीजेपी ने बंदूकों के दम पर दमन का रास्ता अपनाया है। शांत प्रदर्शनकारियों पर गोलियाँ चलीं। चार बेगुनाहों की जान चली गई और दर्जनों घायल हुए। सत्ता के अहंकार ने संवैधानिक अधिकारों और लोकतांत्रिक गरिमा को कुचला है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि भगत सिंह, चंद्रशेखर और हमारे अनगिनत वीरों ने अपने खून से देश की मिट्टी सींची, ताकि हमें आज़ादी और गरिमा मिले। बाबा साहब ने संविधान बनाया ताकि हर नागरिक को समान अधिकार मिलें। ये अधिकार किसी पार्टी की जागीर नहीं हो सकते। संविधान जनता को ताक़त देता है, किसी पार्टी को नहीं।