आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ और सांसद नेता संजय सिंह ने जीएसटी दरें कम करने पर सरकार की तारीफ करने और देश को स्वदेशी अपनाने की अपील करने पर पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सबसे पहले मोदी सरकार पिछले 8 सालों में जीएसटी के नाम पर देश की जनता से लूटे गए लाखों करोड़ रुपए उसके खातों में वापस करे। जब जीएसटी लागू किया गया तो ऐसे बखान किया गया था, जैसे अर्थव्यवस्था में क्रांति आने वाली है, लेकिन जीएसटी ने लोगों की कमर तोड़ दी। 8 साल बाद मोदी जी को जीएसटी दरें कम करने की याद आई, तो फिर देश की जनता को 8 साल तक लूटा क्यों था? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खुद स्विट्जरलैंड की घड़ी, जर्मनी का पेन, इटली का चश्मा, अमेरिका का फ़ोन, विदेशी कार, हेलीकॉप्टर इस्तेमाल करते हैं और आज वही देश के लोगों को स्वदेशी पर ज्ञान बांट रहे थे।
संजय सिंह ने कहा कि 2017 में रात को 12 बजे जीएसटी लागू कर देश में आजादी का जश्न मनाया गया। कहा गया कि देश को दूसरी आजादी मिल रही है। इस दौरान लता मंगेशकर का गाना बजाया गया और देश के लोगों से कहा गया कि जीएसटी आने का जश्न मनाइए और सरकार की वाहवाही कीजिए। केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी ने जीएसटी को ऐसे पेश किया जैसे भारत की अर्थव्यवस्था में बहुत बड़ी क्रांति आ जाएगी। तब आम आदमी पार्टी चेतावनी दे रही थी कि यह गलत है, लेकिन हमारी नहीं सुनी गई। जीएसटी लगाकर मध्यम वर्ग और आम आदमी की कमर तोड़ दी गई। लाखों करोड़ रुपये का टैक्स बोझ जानबूझकर जनता पर लादा गया और कहा गया कि जीएसटी का जश्न मनाओ, टैक्स बढ़ाया जा रहा है।
संजय सिंह ने कहा कि जीएसटी नियमों में अब तक एक-दो बार नहीं, बलिक सैकड़ों बार बदलाव करना पड़ा है। इसके अलावा, पेट्रोल और डीजल के नाम पर लाखों करोड़ रुपए का टैक्स लिया गया। आठ साल बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नींद से जाग कर यह बताना पड़ रहा है कि उनकी सरकार एक बार फिर क्रांतिकारी परिवर्तन लेकर आई है। हमारी सरकार ने जीएसटी कम कर दी है। सवाल यह है कि अगर जीएसटी की दरें कम ही करनी थी तो पहले बढ़ाया क्यों था? सरकार ने आठ सालों तक देश की जनता को क्यों लूटा? अब प्रधानमंत्री को देश के लोगों से टैक्स के रूप में लूटे गए लाखों करोड़ रुपए उनके खातों में वापस करना चाहिए।
संजय सिंह ने आगे कहा कि मोदी जी ने अपने मित्रों को तो करोड़पति बना दिया। अपने मित्रों को रेल, सेल, बिजली, पानी, सड़क, हवाई अड्डे, बंदरगाह समेत सबकुछ दे दिया। लेकिन मोदी सरकार ने देश की जनता को क्या दिया? सरकार ने जनता से टैक्स के नाम पर सिर्फ अवैध वसूली की। इसलिए मोदी जी को जीएसटी में सुधार को लेकर अपनी सरकार बखान नहीं करना चाहिए कि सरकार देश में कोई बड़ी क्रांतिकारी परिवर्तन लाने जा रही है। जनता को अब मोदी सरकार द्वारा जीएसटी कम करने की बात पर कोई भरोसा नहीं है। मोदी सरकार ने देश की जनता का भरोसा खो दिया है। मोदी जी हर काम को बढ़ा चढ़ाकर प्रस्तुत करते हैं और नतीजा बिल्कुल जीरो निकलता है।
संजय सिंह ने कहा कि अब मोदी जी देश के लोगों को स्वदेशी पर ज्ञान दे रहे हैं। जबकि खुद मोदी जी विदेशी कार, विमान, हेलीकॉप्टर, चश्मा, घड़ी और फोन इस्तेमाल करते हैं। इसके बाद भी देश के लोगों को स्वदेशी अपनाने का ज्ञान दे रहे हैं। मोदी जी को स्वदेशी अपनाने की शुरूआत खुद से करनी चाहिए। अब देश की जनता पर मोदी जी की बातों का असर लगातार कम होता जा रहा है, क्योंकि मोदी जी कथनी और करनी में जमीन-आसमान का अंतर है। मोदी जी खुद तो विदेशी सुख सुविधाएं भोग रहे हैं, विदेश सामानों पर खुद निर्भर हैं और देश के लोगों को स्वदेशी अपनाने को कह रहे हैं।
संजय सिंह ने कहा कि गलवान घाटी में हमारे जवान शहीद हुए, फिर भी मोदी सरकार ने चीन के साथ 39 लाख करोड़ रुपए का व्यापार किया। मोदी जी ने चीन से सामान मंगा कर भारतीय व्यापारियों का व्यापार को बर्बाद किया है। कभी भाजपा के लोग चीन के सामानों का बहिष्कार करने को कहते हैं। जब अमेरिका से संबंध अच्छे हो जाते हैं तो भाजपा वाले अमेरिका से सामान खरीदने के लिए कहते हैं। जब संबंध खराब हो जाते हैं तो अमेरिका के सामान का बहिष्कार करने को कहते हैं। आखिर मोदी सरकार की नीति क्या है? सरकार देश को किस ओर लेकर जाना चाहती है। एक तरफ अमेरिका ने भारत पर 50 फीसद टैरिफ लगाया और भारत सरकार ने अमेरिकी कपास पर 11 फीसद आयात शुल्क हटा दिया। इस फैसले से देश के करोड़ों किसानों को बर्बाद कर दिया। क्या सरकार की यही आर्थिक नीति है? प्रधानमंत्री मोदी जी को खोखले वादे करना बंद करने चाहिए। मोदी सरकार जनता से टैक्स के नाम पर लूटा गया पैसा वापस करे, तभी देश का आम आदमी मजबूत होगा।