दिल्ली में भाजपा की चार इंजन की सरकार होने के बावजूद किराड़ी विधानसभा में रह रही 8 लाख की आबादी पानी के लिए तरस रही है। पिछले चार महीने से किराड़ी से आम आदमी पार्टी के विधायक अनिल झा पानी की समस्या दूर करने को लेकर मुख्यमंत्री, जल मंत्री और डीजेबी के सीईओ से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन दिल्ली सरकार सुनने को तैयार नहीं है। लिहाजा, सरकार को जगाने और किराड़ी के लोगों को साफ व पर्याप्त पानी दिलाने की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे थे। बुधवार को उनको समर्थन देने पहुंचे ‘‘आप’’ दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज और सांसद संजय सिंह ने भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किराड़ी के लोगों को जल्द पानी नहीं मिला तो आगामी दो अक्टूबर को आम आदमी पार्टी किराड़ी के एक लाख लोगों के साथ पैदल मार्च करेगी और अपने हक का पानी लेकर रहेगी।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि किराड़ी विधानसभा में 8 लाख आबादी रहती है। आम आदमी पार्टी स्थानीय जनता के साथ इन सभी लोगों के पानी के हक की लड़ाई लड़ रही है। सिर्फ कुछ हजार लोगों के लड़ने से यह लड़ाई नहीं जीती जा सकेगी, बल्कि किराड़ी के 8 लाख लोगों को लड़ना पड़ेगा, तब जाकर उनके हक का पानी मिलेगा। सोशल मीडिया पर शिकायत करने से कोई नहीं सुनेगा। अपनी लड़ाई लड़ने के लिए घर से बाहर निकलना पड़ेगा। दिल्ली में भाजपा की सरकार बने छह महीने हो गए। इन छह महीने में भाजपा सरकार संगम विहार, दक्षिणपुरी, किराड़ी, बुराड़ी समेत सभी जगहों से गरीबों को भगाने की साजिश कर रही है। एक साजिश के तहत गरीबों की बस्तियों में पानी की आपूर्ति कम की जा रही है। ताकि गरीब आदमी अपना घर छोड़कर वापस यूपी-बिहार चला जाए। क्योंकि गरीब आदमी भाजपा को पसंद नहीं करता है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा धन्नासेठों और साहूकारों की पार्टी है। भाजपा चाहती है कि धन्नासेठ रहें और गरीबों को भगा दो। एक षड़यंत्र के तहत ही गरीबों की झुग्गियों पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। कच्ची कॉलोनियों को नोटिस दिए जा रहे हैं। कच्ची कॉलोनियों में बिल्डिंग्स को इसलिए तोड़ा जा रहा है, ताकि दिल्ली से गरीबों को भगाया जा सके। अगर दिल्ली के सभी गरीब लोग एकजुट नहीं हुए तो ये लोग दिल्ली को छोड़ने के लिए मजबूर कर देंगे और सबको जाना पड़ेगा। दो अक्टूबर को गांधी जी की जयंती है। इस दिन किराड़ी में लाखों की भीड़ इकट्ठी होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब लाखों लोग किराड़ी से पैदल चलते हुए बताएंगे कि मुख्यमंत्री से मिलने जा रहे हैं तो पानी अपने आप मिलना शुरू हो जाएगा। दो अक्टूबर को जब किराड़ी से एक लाख लोग इकट्ठा होकर मुख्यमंत्री से मिलने चलंेगे, उसी दिन नलों में पानी आ जाएगा। अगर जनता इकट्ठा नहीं होती है तो पानी नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि किराड़ी के विधायक पानी की मांग को लेकर तीन दिन के भूख हड़ताल पर बैठे हैं। यह सांकेतिक भूख हड़ताल की गई है। अगर किराड़ी में पानी नहीं आया तो दो अक्टूबर को किराड़ी से एक लाख लोग पैदल मार्च करेंगे और सीएम रेखा गुप्ता से पानी लेकर रहेंगे।
किराड़ी विधानसभा में अपने हक के पानी की मांग को लेकर प्रदर्शन में शामिल वरिष्ठ नेता व सांसद संजय सिंह ने कहा कि किराड़ी विधानसभा क्षेत्र के लोगों को उनके हक का पानी नहीं मिल रहा है। हमारी माताएं-बहनें खाली बाल्टियां लेकर घंटों खड़ी रहती हैं। टैंकर दूसरे इलाकों में भेज दिए जाते हैं और किराड़ी विधानसभा के लोगों को पानी नसीब नहीं होता है। मैं स्थानीय ‘‘आप’’ विधायक अनिल झा के साथ दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ से मुलाकात की। अनिल झा ने लिखित रूप से एक-एक समस्या सीईओ को दी और कार्रवाई की मांग की। किराड़ी विधानसभा क्षेत्र में यूपी, बिहार समेत पूर्वांचल के लाखों लोग रहते हैं, उनको पानी मिलना चाहिए। सीईओ ने पानी देने का भरोसा दिया, लेकिन अभी भी लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। विधायक अनिल झा की मांग पर मैं किराड़ी विधानसभा में अपने सांसद निधि से पानी की पाइप लाइन बिछाने के लिए भी फंड देने का भरोसा दिया है।
संजय सिंह कहा कि दिल्ली में 11 साल तक अरविंद केजरीवाल की सरकार रही और 24 घंटे बिजली और फ्री बिजली आती थी। पर्याप्त पानी मिलता था और फ्री मिलता था। लेकिन जब से भाजपा की सरकार आई है, रोज घंटों पावर कट लग रहे हैं। इंवर्टर वालों से इन्होंने दलाली खाई और अब इंवर्टर वालों का धंधा शुरू हो गया है। टैंकर माफिया सक्रिय हो गए हैं, लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। स्कूल माफिया सक्रिय हो गए हैं। 80 फीसद तक फीस बढ़ गई है। स्कूलों में गुंडे खड़े हो जाते हैं और बच्चों मां-बाप के साथ अभद्रता करते हैं। बच्चों को स्कूल में घुसने नहीं देते हैं। पूरी दिल्ली में थोड़ी भी बारिश में कहीं छत गिर रही है तो कहीं मकान गिर रहे हैं, सड़कें नाले में तब्दील हो गई हैं। छह महीने में ही भाजपा ने दिल्ली को बर्बाद कर दिया।
संजय सिंह ने भाजपा से कहा कि अगर हम सत्ता में हैं तो जनता की सेवा करते हैं और अगर सत्ता में नहीं हैं तो हाथ पकड़कर लोगों की सेवा करने के लिए मजबूर करते हैं।