दिल्ली में भाजपा की सरकार बने छह महीने हो गए, लेकिन अभी उसने जनता की समस्याओं का समाधान करने को लेकर एक भी ठोस कदम नहीं उठाया है। अभी तक दिल्ली में पूरी तरह विफल रही चार इंजन वाली भाजपा सरकार पर आम आदमी पार्टी ने तीखा हमला बोला है। ‘‘आप’’ का कहना है कि शासन करने के बजाय, भाजपा ने अपनी सारी ऊर्जा काम में देरी और टालमटोल करने में लगी है। भाजपा बार-बार छापों, जांचों और बेबुनियाद केस करके दिल्ली की जनता का ध्यान भटका रही है। लेकिन इससे कुछ हासिल नहीं होगा, क्योंकि कुछ है ही नहीं।
आम आदमी पार्टी ने कहा कि चाहे जितने लोगों को जेल में डालो, चाहे जितने मुकदमे दर्ज करो, कुछ हासिल नहीं होगा, क्योंकि कुछ है ही नहीं। ‘‘आप’’ ने भाजपा की बदले की राजनीति को उसकी नाकामी छिपाने का हथकंडा बताया और कहा कि ये जांचें शासन का उपकरण नहीं हैं, बल्कि काम न करने का बहाना हैं। “आप” ने मांग की कि भाजपा बदले की राजनीति छोड़कर जनता के जनादेश का सम्मान करे और उस काम पर ध्यान दे, जिसके लिए उसे चुना गया है।
“आप” ने कहा है कि दिल्ली में भाजपा की सरकार छह महीने हो गए, लेकिन आम नागरिकों की वास्तविक समस्याओं को हल करने के लिए एक भी ठोस कदम नहीं उठाया गया है। दिल्ली की महिलाओं अभी तक 2500 रुपए नहीं मिले। जबकि भाजपा ने हर महीने 2,500 रुपये देने का वादा किया था। अभी भी दिल्ली की महिलाएं 2500 रुपए मिलने का इंतजार कर रही हैं।
“आप” ने आगे कहा कि भाजपा सरकार की रणनीति साफ है, देरी करो, ध्यान भटकाओ और टालमटोल करो। अंतहीन जांच, बार-बार छापे और बेबुनियाद केस करो, जबकि इनमें से कुछ भी सबूत नहीं दे पाई है। जितने चाहे लोगों को जेल में डालो, जितने चाहे मुकदमे दर्ज करो कुछ हासिल नहीं होगा, क्योंकि कुछ है ही नहीं। ये शासन के साधन नहीं, बल्कि भाजपा सरकार की निष्क्रियता के बहाने हैं।
“आप” ने कहा कि बदले की राजनीति में व्यस्त रहने के बजाय, भाजपा को उस काम पर ध्यान देना चाहिए, जिसके लिए उसे चुना गया है। जनता ने उन्हें विरोधियों को परेशान करने का जनादेश नहीं दिया है, बल्कि उसे शासन करने का जनादेश दिया। इसका मतलब है कि जनता के लिए काम करना, स्कूल ठीक करना, अस्पताल बेहतर करना, सार्वजनिक परिवहन सुनिश्चित करना और महिलाओं को 2,500 रुपये का वादा निभाना।
“आप” ने कहा कि सब कुछ जांच लो, स्कूल की हर ईंट, मोहल्ला क्लीनिक की हर दवा, हर बस, हर अस्पताल जांच लो। लेकिन अपनी तथाकथित जांच पूरी करने के बाद कुछ असल काम भी शुरू करो। अब नाटक बहुत हो चुका है, बहाने बहुत हो चुके हैं। जनता सब देख रही है और वह जवाब मांगेगी।