दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र में दिल्ली की जनता से झूठे वादे करने और दिल्ली को बदहाली में झोंकने के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी ने भाजपा सरकार को घेरने के लिए कमर कस ली है। ‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने स्पष्ट किया है कि ‘‘आप’’ विधायक दल 4 अगस्त से शुरू होने वाले दिल्ली विधानसभा के मॉनसून सत्र में जनता से जुड़े कई अहम मुद्दों को उठाएगा। ये मुद्दे दिल्ली के लोगों में बढ़ते असंतोष को दर्शाते हैं, जो भाजपा सरकार की उपेक्षा, टूटे वादों और आवश्यक सेवाओं में प्रशासनिक नाकामियों से परेशान हैं।
आतिशी ने कहा कि भाजपा सरकार को झुग्गियों के बर्बारता पूर्ण विध्वंस के लिए जवाब देना होगा, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘जहाँ झुग्गी, वहाँ मकान’ वादे का खुला विश्वासघात है। सुरक्षित आवास देने के बजाय, बिना किसी पुनर्वास के भाजपा सरकार हज़ारों लोगों को बेघर कर रही है, जो उनकी तथाकथित गारंटियों की खोखली सच्चाई को उजागर करता है।
आतिशी ने प्राइवेट स्कूलों में हाल ही में मनमानी फीस बढ़ोतरी पर भी सवाल उठाए, जिसने मध्यम वर्ग के परिवारों पर भारी आर्थिक बोझ डाला है। उन्होंने कहा कि माता-पिता भारी नाराज और लाचार हैं। भाजपा सरकार बच्चों के माता-पिता की तकलीफ को नज़रअंदाज़ कर खुलेआम प्राइवेट स्कूल प्रबंधनों का साथ दे रही है।
दिल्ली में जलभराव के मुद्दे पर आतिशी ने भाजपा को उसके द्वारा दिल्ली को जल भराव से मुक्ति दिलाने के बार-बार किए गए वादों की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि इस साल दिल्ली में जलभराव नहीं होगा, फिर भी शहर में जरा सी बारिश के बाद घुटनों तक पानी भर जा रहा है। अब भाजपा का ड्रेनेज एक्शन प्लान कहां है?
आतिशी ने 2024 विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा द्वारा दिल्ली की हर महिला को प्रति माह 2,500 रुपये देने के वादे को अभी तक पूरे नहीं होने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि छह महीने बीत गए, लेकिन अभी तक महिलाओं को 2,500 रुपये नहीं मिले हैं, ये 2500 रुपए कहां हैं? भाजपा ने दिल्ली की महिलाओं से सम्मान और आर्थिक स्वतंत्रता का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्हें भूल चुकी है।
आतिशी ने कहा कि आम आदमी पार्टी बार-बार हो रही बिजली कटौती और मोहल्ला क्लीनिकों के बंद होने के मुद्दे को भी उठाएगी, जिसके कारण लाखों लोग प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हो गए हैं। उन्होंने कहा कि बिजली कटौती आम बात हो गई है और स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा रही हैं। भाजपा के पास कोई रोडमैप नहीं है, सिर्फ हेडलाइन हैं।
आतिशी ने कहा कि “आप” इस अन्याय के सामने चुप नहीं रहेगी। “आप” सड़क से लेकर विधानसभा तक, दिल्ली के गरीब और हशिये पर पड़े लोगों की आवाज़ बनेगी। चाहे झुग्गी विध्वंस हो, स्कूलों की महंगी फीस हो, या सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं का ढहना, हम उन लोगों के साथ खड़े होंगे जिन्हें भाजपा सरकार चुप करा रही है। हमारी लड़ाई सिर्फ़ विधानसभा में जवाबदेही के लिए नहीं, बल्कि हर उस दिल्लीवासी की ओर से न्याय के लिए है जो खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है।
आतिशी ने एक्स पर कहा कि भाजपा की सरकार ने 6 महीने में दिल्ली का बेड़ा गर्क कर दिया है। पॉवर कट, स्कूल फीस का बढ़ना, गरीबों के घर तोड़ना, मिडिल क्लास की गाड़ियों को सड़क से उठाना। इसलिए भाजपा सवालों से बचना चाहती है, और विधानसभा सत्र में विधायकों को प्रश्न पूछने के लिए समय नहीं दिया।
भाजपा जवाबदेही से डर रही, जानबूझकर प्रश्नकाल से बच रही- आतिशी
आतिशी ने आगामी मॉनसून सत्र में प्रश्नकाल नहीं होने पर गंभीर चिंता जताई और उन्होंने इसे भाजपा का अपनी नाकामियों से बचने का जानबूझकर किया गया कदम बताया। उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल किसी भी विधायिका में जवाबदेही का सबसे बुनियादी हथियार होता है। भाजपा सरकार ने जानबूझ कर सत्र अवधि बहुत छोटी रखी है जो 15 दिन से भी कम है। भाजपा ने जानबूझ कर अपनी नाकामियों को उजागर करने के हर दरवाजे को बंद कर दिया है। चाहे झुग्गी तोड़न का मामला हो, जलभराव का मामला हो या फिर 2,500 रुपए देने का मामला हो, यह सरकार जनता को जवाब देने से डर रही है।