दिल्ली में मानसून की बारिश बीजेपी के चारों इंजन को अपने साथ बहा ले गई। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक के जल भराव नहीं होने के दावे ध्वस्त हो गए। पूरी दिल्ली में लोग जलभराव और जाम से घंटों जूझते रहे। कहीं एंबुलेंस फंसी, तो कहीं सड़कों पर भरे पानी में बच्चों ने नाव चलाई। आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी सरकार की नाकामी की वजह से जगह-जगह हुए जलभराव की फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कर यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि नालों की डि-सिल्टिंग के नाम पर एलजी, सीएम, मंत्री सिर्फ फोटो सेशन करा रहे थे। जलभराव नहीं होने देने का उनका दावा सिर्फ जुलमा था। प्रवेश वर्मा तो कह रहे थे कि उन्होंने 400 सस्पेंशन लेटर तैयार कर रखे थे। अब जब दिल्ली पानी-पानी हो गई है तो उन्होंने कितनें अफसरों को सस्पेंड किया है?
“आप” के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से हम देख रहे थे कि डिसिल्टिंग के नाम पर फोटो सेशन हो रहे थे। एलजी गए, मुख्यमंत्री गईं, मंत्री गए, अफसरों का पूरा जत्था जाता था। फोटो सेशन करके कहा जाता था कि अब दिल्ली में पानी नहीं भरेगा। मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि मैंने करीब 400 सस्पेंशन लेटर तैयार कर रखे हैं। जहां वाटर लॉगिंग होगी, वहां के जिम्मेदार सीनियर पीडब्ल्यूडी अधिकारी या अन्य अफसर को तुरंत सस्पेंड किया जाएगा।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सवाल यह है कि दिल्ली में हर जगह वाटर लॉगिंग हुई, कितने अफसरों को सस्पेंड किया गया? क्योंकि इनके सस्पेंशन लेटर तो तैयार थे? प्रवेश वर्मा और उनकी सरकार कह रही थी कि हर जगह के लिए एक अफसर की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। यहां पानी भरा, तो यह जिम्मेदार होगा। ऐसे में क्या जिम्मेदार अफसरों को रातों-रात सस्पेंड किया गया?
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि डिसिल्टिंग के नाम पर करोड़ों रुपए के ठेके दिए जाते थे। मैंने तब, बतौर मंत्री शिकायत की थी कि यह डिसिल्टिंग कागजों पर हुई है। इसकी थर्ड पार्टी ऑडिट कराई जाए। लेकिन ऑडिट नहीं हुई। आज डिसिल्टिंग के नाम पर जो करोड़ों रुपए बर्बाद किए गए, क्या सरकार इसकी जांच कराएगी? क्या इसके लिए जिम्मेदार अफसरों को सस्पेंड किया जाएगा?
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि तत्कालीन “आप” सरकार के पास तो सस्पेंड करने की शक्ति नहीं थी। एलजी भाजपा के ही हैं। इसके बावजूद अगर भाजपा सरकार बड़े पैमाने पर अफसरों को सस्पेंड नहीं कर रही है, तो इसका मतलब बीजेपी सरकार और अफसरों की मिलीभगत है। इस भ्रष्टाचार में बहुत सारे लोग शामिल हैं। इसीलिए, सामने दिखते हुए भी, सरकार भ्रष्टाचार पर कार्रवाई के लिए तैयार नहीं है।
सौरभ भारद्वाज ने एक्स पर कहा कि पिछले कुछ महीनों से सिर्फ फोटो सेशन ही हो रहे थे, नाम था डि-सिल्टिंग का काम। उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्री और पूरे-पूरे दल मैदान में उतरे थे। दावा किया गया था कि अब दिल्ली में जलभराव नहीं होगा। यहां तक कि मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा था कि उन्होंने करीब 400 सस्पेंशन लेटर तैयार कर रखे हैं, ताकि जहां भी जलभराव होगा, वहां के ज़िम्मेदार अफ़सरों पर कार्रवाई हो सके। तो अब जब पूरी दिल्ली में पानी-पानी हो गया। कितने अफ़सरों को सस्पेंड किया गया? सरकार ने कहा था कि हर इलाके के लिए एक ज़िम्मेदार अफ़सर तय है। क्या वाकई किसी को सस्पेंड किया गया, जैसा कि वादा किया गया था?
सौरभ भारद्वाज ने एक्स पर पटले नगर में जलभराव में फंसी एंबुलेंस की वीडियो साझा कर कहा कि पटेल नगर में गढ्ढों में फंसी एम्बुलेंस को दिल्ली के लोग निकाल रहे हैं। बारिश से जल भराव तो हुआ और जगह जगह रोड धस गई। एलजी, मुख्यमंत्री, मंत्री साब ने खूब फोटो सेशन किए। बोले हम नाले साफ करेंगे, हमे सब मालूम है, रोज़ बड़े बड़े दावे किए गए, मगर नतीजा सबके सामने है। ये तब है, जब दिल्ली में चार इंजन की भाजपा सरकार है।