दिल्ली में भाजपा की सरकार ने एक बार फिर अरविंद केजरीवाल की सरकार में लिए गए फैसले को अपनाया है। ‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने कहा कि भाजपा सरकार ने डीजेबी के सीईओ को 50 करोड़ तक खर्च करने की शक्ति देकर अरविंद केजरीवाल के फैसले को सही साबित किया है। 10 साल पहले ही अरविंद केजरीवाल ने सीईओ को 50 करोड़ रुपए तक की परियोजनाओं को मंजूरी देने की ताकत दे दी थी, ताकि पानी, सीवर, एसटीपी पर तेजी से काम हो सके, लेकिन दो साल पहले भाजपा के अफसरों ने दिल्लीवालों को परेशान करने के लिए यह ताकत छीन ली थी और अब वही शक्ति वापस दे रही है। कम पावर और केंद्र के तमाम अड़चनों के बावजूद “आप” सरकार ने भाजपा की चार इंजन की सरकार से अच्छा काम करके दिखाया।
डीजेबी के सीईओ को 50 करोड़ रुपए तक की परियोजनाओं को मंजूरी देने की शक्ति देने के सवाल पर आतिशी ने कहा कि 50 करोड़ रुपए तक की परियोजनाक फैसले दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ ले सकें, यह फैसला 10 साल पहले केजरीवाल सरकार ने लिया था, ताकि दिल्ली के लोगों को अच्छा पानी मिल सके, कच्ची कॉलोनियों में सीवर लाइन डाली जा सके, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट मिल सके। 8 साल तक इस फैसले के आधार पर जल बोर्ड ने तेजी से काम किया। लेकिन भाजपा के अफसरों ने कहा कि सीईओ को इतनी पावर नहीं दी जा सकती। हम जल बोर्ड को पैसा, ग्रांट, लोन नहीं देंगे। दिल्ली विधानसभा में यह मुद्दा बार-बार उठा। आज यही भाजपा कह रही है कि डीजेबी के सीईओ को 50 करोड़ रुपए तक की परियोजनाओं को मंजूरी देने की पावर उसने दी। जबकि सीईओ को यह पावर 10 साल पहले अरविंद केजरीवाल ने दी थी।
आतिशी ने कहा कि 2 साल पहले भाजपा के अफसरों ने दिल्ली वालों को परेशान करने के लिए डीजेबी के सीईओ से इस पावर को छीन लिया था। इसके बाद भी कम पावर और केंद्र सरकार के तमाम रोड़ों के बावजूद, अरविंद केजरीवाल की “आप” सरकार ने भाजपा की चार इंजन की सरकार से बेहतर काम करके दिखाया। दिल्लीवालों को 24 घंटे और सबसे सस्ती बिजली दी, हजारों किलोमीटर पानी और सीवर लाइन डाली, कच्ची कॉलोनियों में सीवर कनेक्शन दिए, प्राइवेट स्कूलों की फीस नहीं बढ़ने दी, सरकारी स्कूलों में अच्छी शिक्षा दी, मोहल्ला क्लीनिक में मुफ्त इलाज दिया।
आतिशी ने कहा कि भाजपा की चार इंजन की सरकार के पास पूरी पावर है, इसके बावजूद काम नहीं कर पा रही है। इसके उलट, वह दिल्ली वालों को परेशान कर रही है। पावर कट, बढ़ते बिजली दाम, गंदा पानी लोग रोज कोर्ट जा रहे हैं। कभी एनजीटी, कभी हाईकोर्ट में केस होता है कि पानी नहीं आ रहा, गंदा पानी आ रहा, कोलीफॉर्म मिल रहा, यानी सीवर का पानी पीने के पानी में मिल रहा। भाजपा की यह कैसी पावर है?