पार्टी मुख्यालय में हुई एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने भाजपा के संबंध में एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया, कि भारतीय जनता पार्टी की ही एक महिला निगम पार्षद ने भारतीय जनता पार्टी के साउथ जॉन के चेयरमैन उमेद फोगाट पर बड़े आरोप लगाते हुए कहा, कि उमेद फौगाट ने उस महिला पार्षद से अश्लील बातें की, गंदे इशारे किए और जब बात नहीं बनी तो उस महिला पार्षद को गंदी-गंदी गालियां दी। भाजपा की उस महिला पार्षद ने अपने आरोपों में यह भी कहा कि उमेद फौगाट ने खुद उस महिला पार्षद से यह बात कही थी, कि साउथ जॉन का चेयरमैन बनने के लिए उसने अपनी ही पार्टी को 70 लाख रुपए की रिश्वत दी है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज पूरी दिल्ली की जनता को यह बात समझ आ गई होगी, कि आखिर भारतीय जनता पार्टी नगर निगम में अपनी सरकार दोबारा स्थापित करने के लिए क्यों इतनी छटपटा रही थी। उन्होंने कहा कि अब लोगों को यह मालूम हो गया है कि बतौर पार्षद दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी नगर निगम के सदन में क्यों हंगामा किया करती थी, क्यों माइक तथा अन्य संपत्तियों को तोड़ने का काम करती थी।
सौरभ भारद्वाज ने भाजपा की उस महिला पार्षद द्वारा लगाए गए आरोपों के संबंध में जानकारी साझा करते हुए बताया, कि उस महिला पार्षद ने केवल यह आरोप ही नहीं लगाए हैं, बल्कि वर्तमान में दिल्ली नगर निगम के मेयर राजा इकबाल सिंह को लिखित रूप से चिट्ठी देकर इस बात की शिकायत की है। उन्होंने बताया कि महिला पार्षद के द्वारा यह शिकायत 18 जून को दिल्ली नगर निगम के मेयर को लिखित रूप में दी गई है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस मामले के संबंध में जो जानकारियां मिल रही है, उसके मुताबिक मेयर साहब को इस मामले की जानकारी है और कल भाजपा के कई बड़े-बड़े नेताओं को भी इस मामले से अवगत कराया गया है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अखबारों में छपी खबर के मुताबिक मेयर राजा इकबाल सिंह ने कहा है, कि हम दोनों पार्षदों से बातचीत करके इस मामले का हल निकालेंगे। उन्होंने कहा यहां यह प्रश्न उठता है, कि यह कोई घर का आपसी मामला नहीं है, यह एक आपराधिक मामला है, उन्होंने कहा कि किसी महिला से अश्लील बातें करना, गंदे इशारे करना, गाली गलोज करना और उसे जान से मारने की धमकी देना पूर्ण रूप से एक आपराधिक मामला है, मेयर राजा इकबाल सिंह बताएं कि उन्होंने इस मामले में अब तक दोषी व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं करवाई? सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सदन का मेयर सभी का संरक्षक होता है। जब एक महिला पार्षद ने लिखित रूप से किसी व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, तो यह मेयर का कर्तव्य था, कि वह तुरंत प्रभाव से उसकी शिकायत का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करता। परंतु भाजपा के मेयर राजा इकबाल सिंह ने उस महिला की शिकायत पर कार्रवाई करने की बजाय मामले को दबाने की कोशिश की। उन्होंने कहा साथ ही साथ भारतीय जनता पार्टी के जो बड़े नेता इस मामले से अवगत थे, उन्होंने भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई के लिए आवाज नहीं उठाई। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा के मेयर राजा इकबाल सिंह तथा भाजपा के वह सभी नेता जो इस मामले की जानकारी रखते थे, उन सब पर भी मामले को छुपाने और दबाने के जुर्म में कार्रवाई की जानी चाहिए।
शिकायत में लिखी दूसरी बात के संबंध में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि शिकायत में कहा गया है, उमेद फौगाट ने साउथ जॉन का चेयरमैन बनने के लिए अपनी ही पार्टी को 70 लाख रुपए की रिश्वत दी। सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि यह भी कोई घर का मामला नहीं है। यह मामला सीधे तौर पर भ्रष्टाचार से जुड़ा एक आपराधिक मामला है। सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि चेयरमैन का पद एक संवैधानिक पद होता है और उस पद को पाने के लिए किसी व्यक्ति द्वारा रिश्वत दिया जाना यह सीधा-सीधा भ्रष्टाचार का मामला है, इस मामले में सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि 70 लाख रुपए की राशि एक बहुत बड़ी राशि होती है, इसमें पीएमएलए का मामला बनता है। ईडी को इसकी जांच करनी चाहिए की इतना पैसा उमेद फोगाट के पास कहां से आया और किस व्यक्ति को उमेद फौगाट ने साउथ जॉन का चेयरमैन बनने के लिए यह पैसा दिया, इन सब की जांच होनी चाहिए।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एक जॉन के चेयरमैन के पद के लिए 70 लाख रुपए की रिश्वत दिया जाना इस बात की ओर इशारा करता है, कि अब उस जोन में लूट का तंत्र शुरू किया जाएगा। लेंटरों पर वसूली की जाएगी, अनऑथराइज्ड कंस्ट्रक्शन के बदले में उगाही की जाएगी, खूब भ्रष्टाचार करके पैसा कमाया जाएगा। नहीं तो कोई व्यक्ति एक जॉन का चेयरमैन बनने के लिए 70 लाख रुपए की रिश्वत क्यों देगा। मीडिया के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से प्रश्न पूछते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मेयर राजा इकबाल सिंह बताएं, कि अब तक इस मामले में उन्होंने कोई एफआईआर दर्ज क्यों नहीं कराई और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा से प्रश्न पूछते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि वह बताएं कि इस मामले की जानकारी होने के बावजूद भी उन्होंने अब तक इस संबंध में कोई सख्त कार्रवाई क्यों नहीं की?