जून की तपती धूप और भीषण गर्मी में मद्रासी कैंप की झुग्गियां उजाड़कर सैकड़ों गरीबों को सड़क पर लाने वाली भाजपा सरकार की कार्रवाई पर जब सवाल खड़े होने लगे हैं, तो दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता कोर्ट ऑर्डर का सहारा लेकर बचने की कोशिश कर रही हैं। सीएम रेखा गुप्ता झुग्गियां तोड़ने के लिए कोर्ट ऑर्डर के पीछे छिपना बंद करें। भाजपा तो सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के ख़िलाफ़ भी संसद में क़ानून लाती हैं, तो इन झुग्गियों को बचाने के लिए कानून क्यों नहीं लाई? आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने रविवार को मुख्यमंत्री पर पलटवार करते हुए यह बात कही।
सौरभ भारद्वाज ने मद्रासी कैंप की झुग्गियां तोड़ने को लेकर कोर्ट के आदेश का सहारा लेकर बचने की कोशिश कर रही भाजपा की सीएम रेखा गुप्ता को आईना दिखाते उनके समक्ष सवालों की बौछार कर दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि कोर्ट ऑर्डर के पीछे छिपना बंद करें। क्या आपने (सीएम) सुप्रीम कोर्ट में अपील की? आप (भाजपा) तो सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के ख़िलाफ़ भी संसद में क़ानून लाते हैं, यहां क्यों नहीं लाए ? दिल्ली सरकार की शक्तियां छीनने के लिए संसद में क़ानून बन सकता है, मगर ग़रीब की झोपड़ी के लिए क़ानून नहीं बन सकता ? इनकी झुग्गी तोड़ने से पहले इनको वही उसी जगह मकान क्यों नहीं दिए ? मुख्यमंत्री इन लोगों से अभी तक मिलने क्यों नहीं गई ?
उधर, ‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता द्वारा सबको मकान देने के किए जा रहे फर्जी दावे पर पलटवार किया। आतिशी ने रेखा गुप्ता द्वारा मीडिया से की गई बातचीत की वीडियो को एक्स पर साझा करते हुए कहा कि रेखा जी, क्या कोर्ट ने यह भी कहा था कि भाजपा अपना ‘जहां झुग्गी, वहीं मकान’ का वादा पूरा ना करे? अगर झुग्गी तोड़नी थी तो आस-पास के इलाके में घर क्यों नहीं दिया? मद्रासी कैम्प के ज्यादातर लोगों को मकान नहीं मिला। जिनको मिला, वो भी 40 किमी दूर नरेला के टूटे फूटे घर मिले। जहां सड़क नहीं, काम नहीं, स्कूल नहीं,अस्पताल नहीं है।