आम आदमी पार्टी ने त्यौहारों के दौरान लोगों के बीच नफरत पैदा करने की कोशिश कर रही भाजपा पर तीखा हमला बोला है। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय सिंह का कहना है कि हर त्यौहार से पहले भाजपा इस काम में लग जाती है कि कैसे देश के अंदर लोगों के बीच नफरत फैलाई जाए। भाजपा ने होली, दिवाली और ईद का त्यौहार विवादों का त्यौहार बना दिया है। भाजपा ने सब त्यौहारों का इतना बेड़ागर्क कर दिया है कि लोग कोई भी त्यौहार शांति से मना ही नहीं सकते।
यूपी सरकार द्वारा होली पर संभल की जामा मस्जिद को ढंकने के मीडिया के सवाल पर संजय सिंह ने कहा कि इसको विवादित मुद्दा बनाकर देश भर में प्रचारित करने की जरूरत नहीं है। अगर दो समुदाय के लोग बैठ कर कोई समाधान निकाल रहे हैं, तो उनको निकाल लेने देना चाहिए। भाजपा इसको इतना बड़ा मुद्दा बनाकर क्या करना चाहती है। होली, दिवाली और ईद का त्यौहार हर बार विवादों का त्यौहार रह गया है।
संजय सिंह ने कहा कि भाजपा ने देश का बेड़ा गर्क कर दिया है। लोग कोई भी त्योहार शांति से नहीं मना सकते हैं। हर त्यौहार के आने से एक सप्ताह पहले से मीडिया और प्रशासन नफरत फैलाने के काम में लग जाता है। लोग अपना त्यौहार मनाएंगे या फिर इनकी रोज की नौटंकी पर दिमाग लगाएंगे। भाजपा हर त्यौहार से पहले पूरे देश में माहौल खराब करने का काम करती है। यह बहुत बड़ा गुनाह और अपराध है। भाजपा के लोग दिन-रात नफरती एजेंडे में लगे रहते हैं।
संजय सिंह ने कहा कि डिलिमिटेशन के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी दक्षिण के राज्यों के साथ है। किसी भी राज्य के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। अभी की परिस्थितियों में केद्र सरकार पंजाब का भी प्रतिशत कम कर रही है। पंजाब पूर्ण राज्य है और वहां आम आदमी पार्टी की सरकार है। पंजाब का संसद में प्रतिनिधित्व का आंकड़ा भी कम किया जा रहा है। सीटें कुछ बढ़ेंगी, लेकिन जब 850 सीटें करने जा रहे हैं, आज उसमें जो पंजाब के प्रतिनिधित्व का प्रतिशत है, उसे कम कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि सारी अक्ल भाजपाइयों को ही मिली हुई है। भाजपा को लग रहा है कि जिन राज्यों में उसका प्रभाव है, वहां सीटों को बढ़ा लेंगे। इसके बाद विश्वगुरु जब तक जीवित हैं, तब तक देश के प्रधानमंत्री बने रहेंगे। लेकिन हम लोग विश्वगुरु की पार्टी को ऐसा नहीं करने देंगे।
संजय सिंह ने आगे कहा कि भाजपा सारे इतिहास को स्कूलों में बच्चों को पढ़ाए। भाजपा और उसकी मातृ संस्था आरएसएस ने आजादी के आंदोलन में क्या किया, उसे भी स्कूलों में पढ़ाया जाना चाहिए। आरएसएस के इतिहास को देश के हर बच्चे को पढ़ाना चाहिए। आरएसएस ने भारत के तिरंगे का विरोध किया। आरएसएस ने 52 साल तक अपने नागपुर मुख्यालय पर तिरंगा नहीं फहराया। 1942 के आंदोलन में श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अंग्रेज गवर्नर को चिट्ठी लिखी थी कि आजादी के आंदोलन को कुचल देना चाहिए। हमारे आंदोलनकारियों के साथ गद्दारी करने वाले आरएसएस का इतिहास अभी ज्यादा पुराना नहीं हुआ है, उसे भी स्कूलों में पढ़ाना चाहिए, ताकि लोगों को पता चले कि वे किस पार्टी के साथ खड़े हैं।
संजय सिंह ने कहा कि जिन्ना ने देश का बंटवारा किया। भाजपा ने जिन्ना की पार्टी मुस्लिम लीग के साथ सिंध प्रांत, नॉर्थ वेस्ट फ्रंटियर प्रांत और बंगाल में सरकार बनाई थी। फजूल हक की सरकार में श्यामा प्रसाद मुखर्जी डिप्टी चीफ मिनिस्टर थे। भारत का बंटवारा होने के बाद फजूल हक पाकिस्तान के गृहमंत्री बने थे। क्या ऐसे लोगों से देशवासियों को राष्ट्रवाद सीखनी चाहिए? नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की पार्टी हमें देशभक्ति सीखाएंगे।