मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलने पर आम आदमी पार्टी ने भाजपा और उसकी केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि एक बार फिर तानाशाह हारा और सत्य की जीत हुई। वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने फैसला देते वक्त सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीबीआई पर की गई तल्ख टिप्पणियों पर कहा कि अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा दे देना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को एक बार फिर केंद्र सरकार के पिंजरे में कैद तोता कहा है। यह टिप्पणी केवल सीबीआई के लिए ही नहीं है, बल्कि उस पिंजरें के मालिक के लिए भी की है। कोर्ट ने साफ कहा है कि सीबीआई ने केजरीवाल को केवल इसलिए गिरफ्तार किया, क्योंकि उन्हें ईडी केस में निचली अदालत ने जमानत दे दी थी और वह बाहर आने वाले थे। उन्होने कहा कि हम बार-बार कह रहे थे कि केंद्र सरकार एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और आज कोर्ट ने उस पर मुहर लगा दी है।
सुप्रीम कोर्ट से सीएम अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलने को लेकर ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने पार्टी मुख्यालय में संयुक्त प्रेसवार्ता कर भाजपा पर हमला बोला। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जितने मामले अंडर ट्रायल हैं, उनमें एक को छोड़कर बाकी सबको जमानत मिल चुकी है। आज सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को जमानत देते हुए यही टिप्पणियां की हैं। हम लोग पिछले दो साल से लगातार जो कह रहे थे, लगभग वही बातें आज सुप्रीम कोर्ट ने कहीं हैं। यह अपने आप में बहुत बड़ी बात है। एक साधारण जमानत मिलना अलग है। सुप्रीम कोर्ट ने बेले देने के साथ कहा है कि 22 महीने पहले सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल से पूछताछ की थी। इतने महीनों बाद सीबीआई ने अब केजरीवाल को केवल इसलिए गिरफ्तार किया क्योंकि उन्हें ट्रायल कोर्ट की जज न्याय बिंदू ने जमानत दे दी थी। सीबीआई को लगा कि अब अरविंद केजरीवाल बाहर आ सकते हैं। इसलिए उसने केवल केजरीवाल को जेल में रखने के उद्देश्य से उन्हें गिरफ्तार कर लिया। यह बड़ी बात सुप्रीम कोर्ट ने कही है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि देश की सबसे प्रतिष्ठित एजेंसी सीबीआई को यूपीए सरकार में ‘पिंजरे में कैद तोता’ बताया गया था, आज सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र की भाजपा सरकार के अधीन सीबीआई को एक बार फिर ‘पिंजरे में कैद तोता’ कह दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि सीबीआई जैसी प्रमुख जांच एजेंसी को निष्पक्ष दिखना चाहिए। बदले की भावना से काम नहीं करना चाहिए और उसे मालिक के इशारे पर चलने वाला तोता नहीं बनना चाहिए।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कोर्ट ने ये सारी बातें सीबीआई को नहीं, बल्कि केंद्र की भाजपा सरकार को कही हैं। क्योंकि सीबीआई केवल एक तोता है, जिसकी मालिक केंद्र की भाजपा सरकार है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने जो आक्षेप लगाए हैं, वो तोते पर नहीं, बल्कि तोते और उस पिंजरे के मालिक पर लगाए हैं कि उसने दुर्भावना के चलते षड़यंत्र कर एक मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया। कोर्ट ने सीबीआई की टाइमिंग और उसकी गिरफ्तारी को लेकर बड़े सवाल उठाए हैं। आखिर में कोर्ट ने कहा कि सीबीआई को पिंजरे से बाहर निकलना चाहिए। यह धारणा बननी बहुत जरूरी है कि सीबीआई स्वतंत्र रूप से काम करती रही है। इसका साफ मतलब है कि इस देश में आज सीबीआई जैसी एजेंसी को भी स्वतंत्र नहीं माना जा रहा है। केंद्र सरकार के लिए इससे बड़ी शर्म की बात और क्या हो सकती है कि देश की सबसे बड़ी अदालत इस तरह की टिप्पणी कर रही है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि चूंकि सीबीआई गृह मंत्रालय के अधीन है, इसलिए केंद्रीय गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने उनके ऊपर प्रश्न चिह्न खड़ा कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो वे खुद कांग्रेस सरकार पर सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाते थे, आज उनकी केंद्र सरकार खुद उससे ज्यादा दुरुपयोग इन जांच एजेंसियों का कर रही है। यह बहुत शर्म की बात है। जब सुप्रीम कोर्ट यह बात कह रहा है, तो इससे बड़े सवाल खड़े होते हैं। आम आदमी पार्टी जो बात कह रही थी, सुप्रीम कोर्ट ने उस पर मुहर लगा दी है।
वहीं, ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली कैबिनेट मंत्री आतिशी ने कहा कि पिछले 2 साल में भाजपा शासित केंद्र सरकार और उनकी राजनीतिक हथियार ईडी-सीबीआई ने आम आदमी पार्टी को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि एक झूठे व फ़र्ज़ी केस में ‘‘आप’’ के हर नेता के घर व ऑफिस, लॉकर और पैतृक गांव में रेड हुई। सैकड़ों अफ़सर लगाने और हज़ारों कागजात देखने के बाद न तो ईडी और ना ही सीबीआई को भ्रष्टाचार का एक भी रुपया मिला। क्योंकि आम आदमी पार्टी एक कट्टर ईमानदार पार्टी है। इसके बावजूद ‘‘आप’’ नेताओं को गिरफ़्तार कर जेल में डाला गया। मनीष सिसोदिया 17 महीने, संजय सिंह 6 महीने और पार्टी के मीडिया इंचार्ज विजय नायर दो साल जेल में रहे। जबकि अरविंद केजरीवाल मार्च से सितंबर तक जेल में रहे।
आतिशी ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने बार-बार कहा कि ईडी और सीबीआई भाजपा की तानाशाह सरकार के सिर्फ राजनीतिक हथियार है। आज इस बात को देश के सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया कि, सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल को सिर्फ़ इसलिए गिरफ़्तार किया, क्योंकि उन्हें पता था कि उनको ईडी से बेल मिल गई है। सुप्रीम कोर्ट ने इस बात पर मोहर लगाई कि सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल को इसलिए गिरफ़्तार नहीं किया, क्योंकि उसके पास भ्रष्टाचार का सबूत था, बल्कि इसलिए गिरफ़्तार किया क्योंकि उन्हें और लंबे समय तक जेल में रखना चाहती थी। भाजपा की केंद्र सरकार के मंत्रियों, ख़ासकर गृहमंत्री अमित शाह को सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद चुल्लू भर पानी में डूबना चाहिए। आज सुप्रीम कोर्ट ने इस बात पर मोहर लगा दी कि सीबीआई सिर्फ एक राजनीतिक मोहरा बनकर रह गई है।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को अपने आदेश में कहना पड़ा कि सीबीआई को पिंजरे में बंद तोते के समान काम नहीं करना है। सीबीआई को स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से काम करना पड़ेगा। आज पूरा देश और सुप्रीम कोर्ट देख रहा है कि सीबीआई और ईडी सिर्फ एक राजनीतिक हथियार बन गए है। हम यह मांग करते हैं कि गृहमंत्री अमित शाह को सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद इस्तीफ़ा देना चाहिए क्योंकि अब जगज़ाहिर हो गया है कि ‘‘आप’’ को टारगेट करने के लिए इन एजेंसियों का दुरुपयोग किया गया। साथ ही, मैं ‘‘आप’’ के सभी नेताओं-कार्यकर्ताओं को बधाई देती हूं कि दो साल के संघर्ष, दबाव और परेशानियों के बावजूद बिना टूटे, बिना झुके तानाशाह के खिलाफ लड़ते रहे और दिखा दिया कि हम इस तानाशाही से नहीं डरने वाले। हम आंख में आंख डालकर इनके खिलाफ संघर्ष करेंगे और जैसे तानाशाह को आज झुकना पड़ा, वैसे ही आगे भी झुकना पड़ेगा। आखिरकार संविधान की जीत हुई है और आगे भी संविधान की जीत होगी।