आम आदमी पार्टी ने भाजपा द्वारा दिल्ली में गरीबों की झुग्गियों पर बुल्डोजर चलाने की कार्रवाई पर सख्त ऐतराज जताया है। ‘‘आप’’ की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि भाजपा को भोलेनाथ की नगर काशी और भगवान श्रीराम की नगर अयोध्या की तरह दिल्ली में गरीबों की झुग्गियों पर बुल्डोजर नहीं चलाने देगी। गरीब विरोधी मानसिकता रखने वाली भाजपा ने पहले एलजी के जरिए बारापुला ब्रिज पर लाइसेंस लेकर रेहड़ी-पटरी लगाने वाले सैकड़ों लोगों को हटवा दिया और अब मद्रासी कैंप की झुग्गियों पर बुल्डोजर चलवाने की तैयारी कर रही है। लेकिन आम आदमी पार्टी इन झुग्गियों को तोड़ने नहीं देगी। हम सड़क से लेकर कोर्ट तक इन ग़रीबों के हक़ के लिए आवाज़ उठाएंगे। वहीं, जंगपुरा से ‘‘आप’’ विधायक प्रवीण कुमार ने कहा कि बारापुला के पास मद्रासी कैंप बस्ती रेलवे विभाग की जमीन पर बसी है, लेकिन एलजी साहब के दबाव में पीडब्ल्यूडी ने यहां नोटिस लगाया है। पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने भी अधिकारियों को यहां ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर रोक लगाने का निर्देश दिया है।
आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने जंगपुरा से विधायक प्रवीण कुमार और पार्षद सारिका चौधरी के साथ पार्टी मुख्यालय में भाजपा की बुल्डोजर की राजनीति के खिलाफ संयुक्त प्रेसवार्ता की। इस दौरान प्रियंका कक्कड़ ने मीडिया को दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक जनसभा की वीडियो को दिखाया। इस वीडियो में प्रधानमंत्री कहा था कि जहां झोपड़ी, वहां मकान होना चाहिए और गरीब को भी सम्मान से जीने का हक होना चाहिए। हमने ठान लिया है कि जहां झुग्गी-झोपड़ी में गरीब हैं, उनको अपना पक्का मकान दिलवाएंगे। उस मकान में पानी, बिजली, शौचालय होगा। प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि अब वही भाजपा जंगपुरा में बारापुला ब्रिज के पास मद्रासी कैंप है। यह कैंप डूसिब के अधीन है। वहां रह रहे लोगो का बिना पुनर्वास किए झुग्गियों को नहीं तोड़ा जा सकता। लेकिन भाजपा ने जो राम की नगरी आयोध्या और काशी में किया, वही अब यहां कर रही है। भाजपा एक-एक झुग्गी को चुनकर उस पर बुल्डोजर चला रही है। क्योंकि भाजपा गरीब विरोधी है। चुनाव खत्म होते ही भाजपा का मकसद खत्म हो चुका है। अब उसको बुल्डोजर चलाना है।
प्रियंका कक्कड़ ने कहा बीते 6 अगस्त को विधायक प्रवीण कुमार द्वारा की गई एक प्रेसवार्ता का जिक्र करते हुए कहा कि प्रवीण कुमार ने बताया था कि जंगपुरा के बारापुला ब्रिज के उपर काफी लोग पिछले 40-50 साल से लाइसेंस लेकर रेहड़ी-पटरी लगाते थे। इन लोगों ने पीएम निधि के तहत लोन ले रखा था। भाजपा ने 6 अगस्त को उन रेहड़ी पटरी वालों को हटवा दिया। वहीं, अब भाजपा बिना किसी सूचना और आम आदमी पार्टी को बदनाम करके मद्रासी कैंप में 50-60 साल से रहे लोगों के घरों पर बुल्डोजर चलाने की तैयारी में है। लेकिन आम आदमी पार्टी ऐसा नहीं होने देगी। आम आदमी पार्टी सड़क से लेकर कोर्ट तक इन गरीब लोगों के साथ खड़ी रहेगी और इनके हक के लिए आवाज उठाती रहेगी।
प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि भाजपा हमेशा अवैध तरीके से गरीबों का घर गिराने और रोजगार छिनने में लगी रहती है, लेकिन किसी अरबपति के यहां उसके बुल्डोजर को रुख करते हुए कभी नहीं देखा गया। भाजपा को गरीबों से क्यों दिक्कत है? क्या जैसे मुम्बई के धारवी में भाजपा ने सारी झुग्गियों को खाली कराकर पूरी जमीन अपने मित्र अडानी को दे दी, वैसा ही करने की दिल्ली में भी योजना है। आखिर कब हमें दिखेगा कि किसी गरीब के हक में भाजपा खड़ी होगी?
विधायक प्रवीण कुमार ने कहा कि बारापुरा मद्रासी कैंप को बसे 50-60 साल हो चुके हैं। दिल्ली में पुनर्वास नीति है। डुसिब झुग्गी-झोपड़ी में सेवाएं देने का काम करता है। 2015 में डुसिब ने पॉलिसी बनाई। इस पॉलिसी के तहत अगर कोई जेजे क्लस्टर डूसिब में पंजीकृत है, तो वहां रह रहे लोगों का पुनर्वास किए बिना उसे तोड़ा नहीं जा सकता है। इस पॉलिस को केंद्र सरकार से भी मंजूरी मिली है। डुसिब की वेबसाइट पर मद्रासी कैंप 219 नंबर पर पंजीकृत है। इसमें लिखा हुआ है कि बगल में केंद्र सरकार के अधीन रेलवे विभाग की जमीन है। 20 पहले एलजी साहब बारापुला के पास आए। उन्होंने पहले रेहड़ी पटरी वालों को हटवाया और अब वह सारे लोग बेरोजगार हो गए हैं। अभी उन लोगों के आंसू सूखे भी नहीं थे कि अब एलजी साहब जेजे क्लस्टर पर बुल्डोजर चलाने के लिए नोटिस चस्पा कर दिया गया है। एलजी साहब ने पीडब्ल्यूडी पर दबाव डाल कर यह नोटिस भिजवाया है, जबकि पीडब्ल्यूडी का उस जमीन से कोई लेना-देना नहीं है। डुसिब की सूची में जहां पर मद्रासी कैंप है, वह जमीन रेलवे विभाग की दर्ज है। रेलवे की जमीन होने के बावजूद पीडब्ल्यूडी नोटिस चस्पा कर दिया। दिल्ली में अफसर इतने दबाव में हैं कि उनके कहने पर कुछ भी कर रहे हैं।
प्रवीण कुमार ने कहा कि जब यह मुद्दा पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी के संज्ञान में आया तो उन्होंने पत्र लिखकर विभाग के अधिकारियों को साफ निर्देश दिया कि वह जमीन रेलवे विभाग की है। इसका कोई दस्तावेज नहीं है कि वो जमीन पीडब्ल्यूडी की है। यह नोटिस पूरी तरह से अवैध है और इस कार्रवाई तो तत्काल रोका जाए। मंत्री ने मद्रासी कैंप में ध्वस्तीकरण की कोई भी कार्रवाई करने पर रोक लगा दी हैं। अगर कोई कार्रवाई होती है तो उस पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
प्रवीण कुमार ने कहा कि मद्रासी कैंप में 50-60 सालों से लोग अपना जीवनयापन कर रहे हैं, लेकिन भाजपा ने एलजी साहब के जरिए उस बस्ती को एकाएक उखाड़ फेंकने की योजना बनाई गई है। उन्होंने भाजपा से प्रश्न करते हुए कहा कि चुनाव से पहले भाजपा जहां झुग्गी-वहीं मकान देने का वादा करती है, लेकिन चुनाव के बाद दिल्ली की जनता से बदला क्यों लेने लगती है। क्या भाजपा को अपने किए हुए वादे की याद नहीं आती है? पहले तो भाजपा के सह पर एलजी साहब ने बारापुला में रेहड़ी पटरी हटवाई और अब जेजे क्लस्टर में रहने वाले लोगों को नोटिस दे दिया। भाजपा बताए कि क्या उसको वहां पर रहे लोगों से इतनी दुश्मनी है कि उनको पूरा क्षेत्र खाली करना पड़ेगा। पिछले दो-तीन साल में जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र में 4-5 हजार झुग्गियों, रेहड़ी पटरी को उठाकर फेंक दिया गया है। दिल्ली की जनता इन सवालों के जवाब मांग रही है कि आखिर चुनाव के बाद भाजपा के मंसूबे क्यों बदल जाते हैं?
वहीं, सारिका चौधरी ने कहा कि यह बहुत ही दुखद खबर है। एलजी साहब ने मेरे वार्ड में बहुत ज्यादा आतंक मचा रखा है। मैंने भाजपा को बुरी तरह से हराकर पार्षद का चुनाव जीता है। भाजपा वाले इस बात को बर्दाश्त नहीं कर पाए और उसी हार का बदला लगातार ले रहे हैं। इससे पहले, जब जी-20 हुआ तो प्रगति मैदान के सामने झुग्गियां टूटने वाली थीं। हमने उन झुग्गियों को तोड़ने से बचाने के लिए काफी प्रयास किया, लेकिन भाजपा वालों का कहना था कि काफी वीआईपी लोग आएंगे। जब वो झुग्गियां देखेंगे तो देश की बदनामी होगी। हमने पूरी एरिया में टीन लगाने की मांग भी की थी, ताकि कोई इन झुग्गियों को देख न पाए। लेकिन एलजी साहब ने हमारी एक भी बात नहीं सुनी और बिना नोटिस दिए सुबह 4 बजे झुग्गियों पर बुल्डोजर चला दिया गया। किसी को अपना घर खाली करने का मौका तक नहीं दिया गया। इन लोगों को रहने की कोई सुविधा नहीं दी गई।
उन्होंने कहा कि मेरे ही वार्ड में बेला स्टेट है, जो यमुना नदी के किनारे बसा है। यह 70-80 साल से लोग रह कर खेती-किसानी कर रहे थे, लेकिन एलजी साहब ने बेला स्टेट को खत्म कर दिया। आज वो लोग दर-दर की ठोंकरें खा रहे हैं। इसी तरह, सुंदर नर्सरी में 800 से अधिक मकान थे और 5 हजार से अधिक लोग रह रहे थे। उन सभी झुग्गियों को दो दिन में तोड़ दिया गया। आम आदमी पार्टी और सीएम अरविंद केजरीवाल हमेशा झुग्गियों को बचाने का प्रयास करते हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान निजामुद्दीन बस्ती में 100 साल से लोग रहे हैं, उस बस्ती को विशेष तौर पर टारगेट किया गया और वहां की सारी दुकानों को सील कर दिया गया। मकानों को तोड़ दिया गया। इस तरह चुनाव से पहले भाजपा आम आदमी पार्टी को बदनाम करने के लिए पूरा माहौल बनाया। लेकिन दिल्ली की जनता को पता है कि अरविंद केजरीवाल हमेशा लोगों के भले के लिए बात करते हैं। मोदी जी जहां झुग्गी वहीं पर मकान की बात कहते हैं। फिर भी बिना नोटिस दिए एक गरीब के घर को तोड़वा दिया जाता है। कोई सुविधाएं भी नहीं दी जाती है। मद्रासी कैंप की ज्यादातर महिलाएं लोगों के घरों में काम करती हैं और लोग मजदूरी का काम करते हैं। ये लोग कहां जाएंगे और कैसे किराए पर मकान लेंगे। इस बारे में कुछ भी नहीं सोचा गया और पांच दिन के अंदर झुग्गी खाली करने का नोटिस दे दिया गया। हम हाईकोर्ट गए हैं, हमें उम्मीद है कि हाईकोर्ट से अच्छा परिणाम आएगा। झुग्गीवासियों के समर्थन में हम कोर्ट से लेकर संसद तक हम अपनी लड़ाई लड़ेंगे।