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केजरीवाल सरकार अपने चाइल्ड केयर संस्थानों को अपग्रेड करेगी| बुधवार को महिला और बाल विकास मंत्री आतिशी ने विभाग के अधिकारीयों के साथ इस बाबत समीक्षा बैठक की| इस मौके पर महिला और बाल विकास मंत्री आतिशी ने कहा कि चाइल्ड केयर संस्थानों में वो बच्चे आते है जो बहुत ही भयावह अतीत से गुजरे होते है| ऐसे बच्चों को अपना अतीत भुलाकर उन्हें मुख्यधारा में शामिल करने के लिए बहुत जरुरी है कि उन्हें विशेष देखभाल मिले| इस दिशा में काम करते हुए केजरीवाल सरकार अपने चाइल्ड केयर संस्थानों को अपग्रेड करने का काम कर रही है| जिसके अंतर्गत बच्चों को स्किल व आर्ट आधारित शिक्षा देने का काम किया जायेगा जिससे वो आत्मनिर्भर बने और तनावमुक्त रहें साथ ही इन संस्थानों के कर्मचारियों को भी एक्सपर्ट्स द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी जिससे वो बच्चों की जरूरतों को बेहतर ढंग से समझे और उनकी बेहतरी के लिए काम कर सकें|

महिला और बाल विकास मंत्री आतिशी ने कहा कि, दिल्ली में हर बच्चे की सीखने के एक बुनियादी स्तर पर हो इसके लिए सरकार प्रतिबद्धता से काम कर रही है| इस दिशा में अब सरकार के चाइल्ड केयर संस्थानों में भी मिशन बुनियाद की शुरुआत होगी| ताकि सीखने की उनकी बुनियादी क्षमताओं को मजबूत करते हुए शिक्षा के माध्यम से उन्हें मुख्यधारा में जोड़ने का काम किया जा सकें|

उन्होंने कहा कि अपने चाइल्ड केयर संस्थानों में सरकार बच्चों के अपस्किलिंग का काम भी करेगी| उम्र और जरुरत के अनुसार बच्चों को स्किल आधारित शिक्षा दी जाएगी जो उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगा|

महिला और बाल विकास मंत्री आतिशी ने कहा कि,चाइल्ड केयर संस्थानों में आने वाले बच्चों की कई विशेष जरूरतें होती है| भूतकाल में उनके साथ जो भी हुआ उससे वो कुंठा ग्रस्त होते है| जिससे उबरने के लिए बेहद जरुरी है कि उन बच्चों को विभिन्न गतिविधियों में शामिल किया जाये ताकि वो मुख्यधारा में शामिल हो सके| इसे देखते हुए अब केजरीवाल सरकार अपने चिल केयर संस्थानों में बच्चों को आर्ट आधारित शिक्षा देगी| जहाँ म्यूजिक, आर्ट, डांस आदि के माध्यम से न केवल बच्चों की पढ़ाई होगी बल्कि ये उनके तनाव को दूर कर उन्हें खुश रहना सीखाएगा| उन्होंने कहा कि आर्ट आधारित गतिविधियों से बच्चों की रचनात्मकता भी बढ़ेगी और वे खुद को आर्ट के माध्यम से अभिव्यक्त कर सकेंगे|

उन्होंने कहा कि सरकार अपने चाइल्ड केयर संस्थानों के कर्मचारियों को भी प्रशिक्षित करेगी| सरकार के चाइल्ड केयर संस्थानों के सभी कर्मचारियों को प्रशिक्षण द्वारा प्रबंधन के गुर सीखाये जायेंगे| ये ट्रेनिंग, उन्हें चाइल्ड केयर संस्थानों में आने वाले बच्चों की जरूरतों को समझने और उनके प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने में मदद करेगी|

बता दे कि वर्तमान में दिल्ली सरकार द्वारा 25 चाइल्ड केयर संस्थान चलाए जा रहे है| इसमें 6 से 18 साल के बच्चों के लिए 16 चिल्ड्रन होम, 0 से 6 साल तक के बच्चों के लिए एसएए, 3 ऑब्जरवेशन होम, 1 स्पेशल होम, 2 प्लेस ऑफ़ सेफ्टी व 2 आफ्टर केयर होम शामिल है|

केजरीवाल सरकार के चाइल्ड केयर संस्थानों में बच्चों को क्या-क्या सुविधाएँ मिलती है?

-रहना,खाना व दवाइयां जैसी बेसिक सुविधाएँ
-ड्रग डी-एडिक्शन की सुविधा
-जरुरत के अनुसार औपचारिक व अनौपचारिक शिक्षा
-मनोरंजन गतिविधियाँ
-मेंटल हेल्थ सर्विसेज
-वोकेशनल ट्रेनिंग
-क़ानूनी सलाह

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