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नई दिल्ली, 13 अप्रैल 2024

आम आदमी पार्टी ने मीडिया में फर्जी खबरें छपवाने को लेकर भाजपा और उसकी जांच एजेंसियों को आड़े हाथ लिया। ‘‘आप’’ की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि दो साल की जांच के बाद भी तथाकथित शराब घोटाले में ईडी-सीबीआई को एक चवन्नी का सबूत नहीं मिला है। इसलिए अब ये एजेंसियां फर्जी खबरें प्लांट कर रहीं हैं। उन्होंने मीडिया में प्रकाशित एक खबर को फर्जी बताते हुए कहा कि सीबीआई ने कुछ अखबरों में फर्जी खबर छपवाई है कि के. कविता ने आम आदमी पार्टी को 25 करोड़ रुपए देने के लिए सरथ रेड्डी को मजबूर किया था। सबको पता है कि सरथ रेड्डी ने कुल 12 बयान दिए थे और किसी में भी उसने के. कविता का कभी नाम नहीं लिया है। यह साफ दिख रहा है कि भाजपा की जांच एजेंसियां फर्जी न्यूज प्लांट करके केवल केजरीवाल के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रही हैं।

आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि पिछले दो साल से बीजेपी की सारी एजेंसियां एक तथाकथित शराब घोटाले की जांच कर रही हैं। दो साल की जांच के बाद भी कहीं से भी एक चवन्नी की रिकवरी नहीं हुई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का किसी एफआईआर और चार्जशीट में नाम तक नहीं है। किसी कोर्ट ने उनको दोषी करार नहीं दिया है। फिर भी दो बयानो के आधार पर उनको हिरासत में रखा हुआ है।

प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि दो बयानों में से एक बयान मंगुटा रेड्‍डी का है, जो आंध्र प्रदेश से एनडीए का लोकसभा प्रत्याशी है। जबकि, दूसरा बयान सरथ रेड्डी का है, जिसने अपनी गिरफ्तारी के बाद इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से भाजपा को करीब 60 करोड़ रुपये दिए। सरथ रेड्डी सरकारी गवाह बन गया है और उसकी जमानत हो गई। 60 करोड़ रुपये लेने के बाद बीजेपी की ईडी सरथ चंद्र रेड्‍डी की जमानत के समय विरोध करने के बजाय चुप रहती है।

उन्होंने कहा कि शनिवार को एक और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। कुछ अखबारों में खबर छपी है कि सरथ रेड्डी ने कोर्ट के सामने के. कविता के मामले में एक बयान दिया है। सरथ ने अपने बयान में कहा है कि के. कविता ने उनको धमकी दी और आम आदमी पार्टी को 25 करोड़ रुपये देने को कहा था। लेकिन ऐसा हुआ कैसे? जबकि सरथ रेड्‍डी के दिए 12 बयानों में से 10 बयानों में उसने अरविंद केजरीवाल का नाम नहीं लिया था और इन बयानों को बीजेपी की एजेंसी ने कोर्ट के सामने नहीं रखा। वहीं, जिन 11वें और 12वें बयान में अरविंद केजरीवाल का नाम लिया था, उनको कोर्ट के सामने रखा गया था।

प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि जब अरविंद केजरीवाल की हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही थी। तब जस्टिस स्वर्ण कांता शर्मा ने साफ तौर पर कहा था कि मजिस्ट्रेट के आगे 164 में दिए हुए बयानों की वैल्यू होती है। लेकिन उन 164 के बयानों में भी सरथ रेड्‍डी ने कभी नहीं कहा कि के. कविता ने उनको आम आदमी पार्टी को 25 करोड़ रुपये देने के लिए धमकाया था। आज से पहले सरथ रेड्‍डी ने जो 12 बयान दिए उसमें भी उसने के. कविता का नाम नहीं लिया था। इसलिए प्रश्न उठ रहा है कि अब यह अचानक नया बयान कहां से आया? यह बीजेपी की एजेंसी केवल न्यूज़ प्लांट करके अरविंद केजरीवाल के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रही है। न कोर्ट के सामने यह बयान हुए, न पीएमएलए के स्टेटमेंट में सरथ रेड्डी ने यह बयान दिए। केवल अखबारों में यह बयान छपा है।

प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि भाजपा की एजेंसी को बताना चाहिए कि गिरफ्तारी के बाद सरथ रेड्‍डी की कंपनी ने जो 60 करोड़ रुपये बीजेपी को दिए, क्या उसमें किसी को आरोपी बनाकर जांच की? ईडी यह भी बताए कि सरथ रेड्डी की जमानत के समय वो चुप क्यों हो गई? ईडी और सीबीआई से आम आदमी पार्टी जानना चाहती है कि वो क्यों मीडिया में ऐसी स्टोरी प्लांट कर रही है। क्योंकि अब तक सरथ रेड्‍डे के दिए किसी भी स्टेटमेंट में ऐसा नही कहा है। ऐसे में बीजेपी की एजेंसियां इस बात का जवाब दें कि यह झूठी खबर मीडिया में कौन और क्यों प्लांट कर रहा है

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