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नई दिल्ली, 23 अप्रैल, 2024

आम आदमी पार्टी ने मोदी सरकार की तानाशाही और अत्याचार पर मंगलवार को बड़ा खुलासा किया। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के लिए तिहाड़ जेल यातना गृह बन गया है। प्रधानमंत्री और एलजी 24 घंटे केजरीवाल पर नजर रख रहे हैं। पीएमओ तिहाड़ जेल से सीसीटीवी कैमरे का लिंक मंगाकर देख रहा है कि केजरीवाल क्या कर रहे हैं? उन्होंने प्रश्न किया कि क्या मोदी जी और एलजी यह देखना चाहते हैं कि जेल में अरविंद केजरीवाल की किडनी, लीवर या स्वास्थ्य खराब हुआ या नहीं? मोदी को देश में बढ़ रही महंगाई, बेरोजगारी और महिलाओं की सुरक्षा की चिंता करनी चाहिए, लेकिन उनको तो केजरीवाल का मनोबल तोड़ने चिंता है। मेरी सलाह है कि अगर प्रधानमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुकाबला करना चाहते हैं, तो वो भी काम की राजनीति करें और केजरीवाल की तरह अच्छे स्कूल, अस्पताल और सड़के बनाकर दिखाएं।

मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि दल्ली का तिहाड़ जेल अरविंद केजरीवाल के लिए एक यातना गृह बन गया है। हिटलर भी अपने विरोधियों को यातनागृह में रखता था। अरविंद केजरीवाल को 24 घंटे पीएमओ और एलजी की निगरानी में रखा जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी और उनका कार्यालय 24 घंटे सीसीटीवी का लिंक मंगाकर देखते हैं कि अरविंद केजरीवाल क्या कर रहे हैं। आखिर इतनी निगरानी क्यों है, मोदीजी क्या देखना चाहते हैं? क्या वो ये देखना चाहते हैं कि अरविंद केजरीवाल को दवा मिली या नहीं, उन्हें खाना मिला या नहीं, वो कितना पढ़- लिख रहे हैं, कितना सो रहे हैं कितना जग रहे हैं? 24 घंटे सीसीटीवी का लिंक आपके पीएमओ को क्यों चाहिए? क्या आप ये देखना चाहते हैं कि अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन मिली या नहीं, वो कितना बीमार हुए हैं? उनका लीवर, किडनी खराब हुआ या नहीं, उनका स्वास्थ्य बिगड़ा या नहीं। क्या आप इसकी निगरानी कर रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल का मनोबल कितना गिरा, कितना वो टूटे और झुके हैं? प्रधानमंत्री क्या देखना चाहते हैं कि उन्होंने एलजी कार्यालय को भी इसी काम में लगाता हुआ है?

राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली के एलजी, दिल्ली की जनता का काम छोड़कर ये देखने में लगे हुए हैं कि अरविंद केदरीवाल को कितनी प्रताड़ना और यातनाएं दी जा रही हैं, वो 24 घंटे अपना पूरा ध्यान इसी में लगा रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के बच्चों की अच्छी शिक्षा का इंतजाम किया, बुजुर्गों के लिए मुफ्त तीर्थयात्रा का इंतजाम किया, फ्री बिजली, पानी का इंतजाम किया। उनसे मोदी जी को क्या दुश्मनी है? उन्होंने आईआरएस की नौकरी छोड़ दी, 49 दिन में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लात मार दिया, जबकि कोई चपरासी की भी नौकरी नहीं छोड़ना चाहता है। मोदी जी उस अरविंद केजरीवाल के मनोबल को गिराना चाहते हैं। आपके इस अन्याय और अत्याचारपूर्ण व्यवहार को देखकर अरविंद केजरीवाल के बूढ़े मां-बाप जो खुद बीमारी की हालत में हैं, उन्हें दुख होता है। उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल अपने पति के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहती हैं।

राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली और देश के लोग उन्हें बहुत प्यार करते हैं वो पिछले 23 दिनों से चिंतित हैं कि अरविंद केजरीवाल को दवा और इंसुलिन क्यों नहीं दी जा रही है। एक आदमी जो लोगों की शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए काम कर रहा था आज खुद उसे ही दवा नहीं दी जा रही है। अगर प्रधानमंत्री को अरविंद केजरीवाल से कंपटीशन करना है तो काम की राजनीति करनी होगी। आप भी केजरीवाल की तरह ढेर सारे अच्छे स्कूल, अस्पताल, सड़के बनाइए। देश में महंगाई कम कीजिए। महिलाओं की सुरक्ष के लिए कामं कीजिए। आपको युवाओं के रोजगार, किसानों के आत्महत्या, महिलाओं की सुरक्षा और देश को आगे ले जाने के बार में चिंता करनी चाहिए। लेकिन आपको चिंता है कि अरविंद केजरीवाल का मनोबल कैसे गिरेगा, उनको प्रताड़ित कैसे किया जायेगा। आप तीन बार के निर्वाचित एक मुख्यमंत्री की 24 घंटे सीसीटीवी से निगरानी कर रहे हैं। इस व्यवहार और हिटलरशाही के साथ बड़े-बड़े तानाशाह इस दुनिया से चले गए। आपकी भी सत्ता को जाना होगा। आपके इस अत्याचार को पूरा देश देख रहा है।

राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि जब प्रधानमंत्री सब देश रहे हैं तो ये भी देख रहे होंगे कि अरविंद केजरीवाल जेल में रोज झाडू लगाते हैं। जितना केजरीवाल जेल में झाडू लगाएं, बाहर बीजेपी का पूरे देश से उतना ही सफाया होगा। अब पहले चरण के चुनाव के बाद आपकी बौखलाहट भी यही संदेश दे रही है। पीएमओ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, एलजी साहब और उनका कार्यालय सारे नियम कानून को तोड़कर जेल में अरविंद केजरीवाल के सीसीटीवी का फुटेज मंगाकर उनके ऊपर निगरानी कर रहे हैं। इसलिए आम आदमी पार्टी बार-बार ये दोहरा रही है कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ गहरा षड़यंत्र चल रहा है, और उनके साथ कोई भी अनहोनी की घटना घटित हो सकती है। जिसमें सीधे तौर पर प्रधानमंत्री मोदी, उनका कार्यालय, एलजी और उनका कार्यालय इसमें शामिल है।

मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए संजय सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन न मिलने की खबर मीडिया नकार रहा था, मजाक उड़ा रहे थे। बीजेपी के लोग भी अरविंद केजरीवाल के बीमार होने की खबर पर जश्न मना रहे थे। लेकिन आखिरकार न्यायालय ने एम्स के डॉक्टरों का पैनल बनाया। कोर्ट को इसमें हस्तक्षेप क्यों करवा पड़ा? क्या ये काम जेल प्रशासन को पहले ने नहीं करना चाहिए था? अगर केजरीवाल के खिलाफ साजिश नहीं चल रही होती तो उनके जीवन के लिए जरूरी इंसुलिन जैसी चीज को उन्हें देने से नहीं रोका जाता

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