Scrollup

नई दिल्ली, 20 अप्रैल 224

आम आदमी पार्टी ने सीएम अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर एलजी कार्यालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में इस्तेमाल भाषा पर कड़ी आपत्ति जताई है। ‘‘आप’’ ने जवाब देते हुए कहा है कि अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य पर जारी एलजी की प्रेस विज्ञप्ति की भाषा न केवल अपमान जनक है, बल्कि बेहद अशोभनीय भी है। अभी तक हमें केवल संदेह था कि भाजपा, एलजी और तिहाड़ जेल प्रशासन अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन न देकर उनकी जान को खतरे में डालने की साजिश कर रहे हैं, लेकिन एलजी के बयान से साफ हो गया है कि भाजपा और एलजी ने केजरीवाल को जेल में मारने की बड़ी साजिश रची है। यह सब इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि तथाकथित शराब घोटाले में भाजपा की एजेंसियां एक भी सबूत जुटाने में अफसल साबित हुई है। जो व्यक्ति 12 साल से इंसुलिन पर है और उसका शुगर लेवल 300 के पार है, उससे दुनिया का कोई भी डॉक्टर इंसुलिन देने से मना नहीं करेगा अरविंद केजरीवाल डायबिटीज के गंभीर मरीज हैं। ऐसे में उनको इंसुलिन देने से मना करना हत्या के प्रयास के बराबर है।

आम आदमी पार्टी ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य पर एलजी की प्रेस विज्ञप्ति की भाषा न केवल अपमान जनक है, बल्कि एलजी कार्यालय के लिए अशोभनीय है। यह पहली बार नहीं है कि एलजी ने ऐसी भाषा का इस्तेमाल अपने आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में की हैं। ऐसी भाषा का इस्तेमाल तो गली-मोहल्ले का कोई भाजपाई गुंडा भी नहीं करेगा।

सब जानते है कि सीएम अरविंद केजरीवाल का शुगर लेवल खतरनाक स्तर पर है, जो 12 अप्रैल 2024 से लगातार 300 से बढ़ रहा है। उनके बार-बार अनुरोध के बावजूद तिहाड़ जेल अधिकारियों ने इंसुलिन देने से मना कर दिया। भारत या दुनिया का कोई भी डॉक्टर इस बात से सहमत नहीं होगा कि एक गंभीर शुगर का मरीज, जो पिछले 12 सालों से इंसुलिन पर है और जिसका शुगर लेवल लगातार 300 से ऊपर है, उसे इंसुलिन देने से मना किया जाना चाहिए। फिर भी, एलजी और तिहाड़ जेल अधिकारियों ने सीएम अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन देने से मना कर दिया है। यह क्रूर, अमानवीय और न्यायिक हिरासत में सीएम अरविंद केजरीवाल की हत्या के प्रयास के बराबर है।

दिल्ली के एलजी के इस व्यवहार से एक बात तो साफ हो गई है। अभी तक हमें केवल यह संदेह था कि बीजेपी, एलजी और तिहाड़ जेल के अधिकारी सीएम अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन न देकर उनकी जान को खतरे में डालने की साजिश में शामिल हैं, लेकिन आज के बयान के बाद यह पूरी तरह साफ हो गया है कि बीजेपी और एलजी ने सीएम अरविंद केजरीवाल को हिरासत में मारने की बड़ी साजिश रची है। क्योंकि वे कथित दिल्ली शराब घोटाले में उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं ढूंढ पाए हैं। वरना कोई गंभीर डायबिटीज के मरीज को इंसुलिन लेने से क्यों रोकेगा? अगर सीएम अरविंद केजरीवाल इंसुलिन लेते हैं तो बीजेपी या एलजी को क्या नुकसान होगा? आजाद भारत के इतिहास में कभी भी जेल में किसी को जीवन रक्षक दवा से वंचित नहीं किया गया।

सीएम अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य के बारे में कुछ ऐसे तथ्य हैं जिन्हें नकारा नहीं जा सकता, जो पहले से ही सार्वजनिक हैं और राउज एवेन्यू कोर्ट के समक्ष उनके आवेदन का हिस्सा हैं-

  • सीएम अरविंद केजरीवाल डायबिटीज के गंभीर रोगी हैं और पिछले 12 सालों से उन्हें हर दिन इंसुलिन दिया जाता है।
  • सीएम अरविंद केजरीवाल को नोवरैपिड की 28 यूनिट (तीन बार भोजन से पहले) और लैंकटस की 22 यूनिट (रात में), यानि कुल मिलाकर प्रतिदिन 50 यूनिट इंसुलिन दी जाती थी।
  • 1 फरवरी 2024 से, डॉक्टरों की देखरेख में सीएम अरविंद केजरीवाल ने इंसुलिन रिवर्सल प्रोग्राम शुरू किया, लेकिन प्रशासन ने मौखिक रूप से इंसुलिन देना बंद कर दिया। जबकि इसके लिए सावधानी पूर्वक और चिकित्सा परामर्श की आवश्यकता होती है।
  • सीएम अरविंद केजरीवाल अपनी गिरफ्तारी के दिन (21 मार्च 2024) तक इंसुलिन ले रहे थे। लेकिन गिरफ्तारी के बाद वो इंसुलिन नहीं ले पाए। चूंकि केजरीवाल टाइप-2 इंसुलिन पर निर्भर गंभीर मधुमेह रोगी हैं। इसलिए उनके शुगर लेवल को स्थित रखने के लिए प्रशासन को इंसुलिन लेने की अनुमति बहाल करनी चाहिए।
  • हालांकि, जेल अधिकारियों ने उन्हें इंसुलिन देने से इन्कार कर दिया है। गौरतलब है कि हिरासत में रहने के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल को एक ऐसे डॉक्टर ने चेकअप किया था, जो डायबिटिज रोग का विशेषज्ञ नहीं है। यहां तक कि सीएम के शुगर स्तर की रीडिंग भी नियमित रूप से नहीं ली जा रही है या फिर गलत ढंग से ली जाती है।
  • सीएम अरविंद केजरीवाल का शुगर लेवल बहुत खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है, जैसा कि उनके कंटीन्यूअस ग्लूकोज मॉनिटर (सीजीएम) से नीचे दी गई रीडिंग से देखा जा सकता है-

सीएम अरविंद केजरीवाल की शुगर रीडिंग

  • 12 अप्रैल को सुबह 11 बजे 320 और रात 9 बजे 260
  • 13 अप्रैल को सुबह 11 बजे 270, दोपहर 3 बजे 270 और रात 8 बजे 230
  • 14 अप्रैल को सुबह 11 बजे 240, दोपहर 2 बजे 260 और रात 11 बजे 300
  • 15 अप्रैल को सुबह 11 बजे 270 और दोपहर 2 बजे 300
  • 16 अप्रैल को सुबह 10 बजे 240, दोपहर 2 बजे 240 और शाम 5 बजे 250
  • 17 अप्रैल को सुबह 11 बजे 260, दोपहर 1ः30 बजे 270 और रात 9 बजे 280

चिकित्सा विज्ञान में यह सर्वविदित तथ्य है कि लगातार हाई शुगर लेवल समय के साथ शरीर के कई अंगों को खराब कर सकता है। यह नसों, लीवर, किडनी, हृदय, आंख की रेटिना और शरीर के कई अन्य अंगों को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। क्या बीजेपी और एलजी यही चाहते हैं

When expressing your views in the comments, please use clean and dignified language, even when you are expressing disagreement. Also, we encourage you to Flag any abusive or highly irrelevant comments. Thank you.

socialmedia