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आम आदमी पार्टी ने रविवार को नई दिल्ली विधानसभा से ‘‘घर बचाओ-भाजपा हटाओ’’ अभियान की शुरूआत की और झुग्गियों में रह रहे गरीब लोगों को भरोसा दिया कि सीएम अरविंद केजरीवाल पूरी मजबूती से उनके साथ खड़े हैं। दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री एवं ‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता आतिशी ने जेजे क्लस्टर बीआर कैंप और सौरभ भारद्वाज ने सफदरजंग फ्लाइंग कैंप क्लब में जाकर लोगों से मुलाकात की और भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा झुग्गियां तोड़कर बेघर करने की हो रही साजिश से उन्हें अवगत कराया। ‘‘आप’’ नेता आतिशी ने कहा कि भाजपा ने झुग्गीवासियों को घर देने का वादा किया था लेकिन चुनाव खत्म होते ही झुग्गियों को तोड़ने का नोटिस दे दिया। इससे साफ है कि पीएम मोदी और भाजपा गरीब विरोधी हैं और वो दिल्ली को गरीबों से मुक्त कराना चाहते हैं। लेकिन जब तक लोगों को घर नहीं मिल जाता है, तब तक हम किसी भी झुग्गी को तोड़ने नहीं देंगे। वहीं, वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में जितने भी जेजे क्लस्टर्स सरकार में सूचीबद्ध हैं, वहां रह रहे लोगों को मकान देने के बाद ही उनकी झुग्गियों को तोड़ा जा सकता है।

बीआर कैंप में लोगों से मुलाकात कर ‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा कि चुनावों से पहले, भाजपा हमेशा लोगों को उनके मौजूदा घरों के स्थान पर नया घर देने का वादा करती है, लेकिन जैसे ही चुनाव खत्म हो जाते हैं, सभी वादे धरे के धरे रह जाते हैं। दिल्ली भर में विभिन्न स्थानों पर झुग्गियों को तोड़ा जा रहा है, क्योंकि प्रधानमंत्री को झुग्गियों से नफरत है और उनके अनुसार, झुग्गियां उनके विदेशी दोस्तों के सामने शर्मिंदगी का कारण बनती हैं। लेकिन जब तक अरविंद केजरीवाल दिल्ली के सीएम हैं, हम बीजेपी को दिल्ली की झुग्गियों में किसी का भी घर नहीं तोड़ने देंगे और इसके लिए सड़क से लेकर संसद तक लड़ेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो हम लोगों के साथ मिलकर उनके घरों को बचाने के लिए बुलडोजर के सामने खड़े होंगे।

‘‘आप’’ नेता आतिशी ने कहा कि जब भी चुनाव आता है तो भाजपा बड़े-बड़े विज्ञापन निकलवाती है। उनके कार्यकर्ता घर-घर जाकर फॉर्म भरवाते हैं कि जहां झुग्गी है, वही मकान देंगे। लेकिन जैसे ही चुनाव ख़त्म होता है वो सारे वादे भूल जाते हैं और ग़रीबों की झुग्गियों को तोड़ने का प्लान बनाने लगाते हैं। यही कारण है कि केंद्र सरकार की एजेंसी डीडीए बीआर कैंप में नोटिस लगाकर चली गई कि झुग्गियां तोड़ने वाली है और लोगों को 40 किमी दूर ऐसी जगह भेजने है, जहां जाने के बाद बच्चे अपने स्कूल कैसे जाएंगे, लोग काम करने कैसे जाएंगे? ये सिर्फ़ बीआर कैम्प नहीं, बल्कि पूरी दिल्ली में भाजपा शासित केंद्र सरकार एक-एक करके झुग्गियों को तोड़ रही है, उन पर बुलडोज़र चला रही है। मथुरा रोड पर सुंदर नगर की झुग्गियों पर केंद्र सरकार ने कड़कड़ाती ठंड में बुलडोज़र चलवा दिया और 300 परिवार सड़क पर आ गए, इसके बदले में किसी को मकान नहीं दिया।

‘‘आप’’ नेता आतिशी ने कहा कि एमसीडी चुनाव से पहले भाजपा ने कालकाजी के भूमिहीन कैंप में कुछ लोगों को नए घरों की चाबियां वितरित कीं, लेकिन चुनाव खत्म होते ही बिना किसी नोटिस के उनके घरों पर बुलडोजर चला दिया गया। इसके बाद ‘‘आप’’ अदालत चली गई और कुछ घरों पर स्टे ले लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा नवजीवन कैंप में भी घरों पर बुलडोजर चलाने की साजिश रच रही है, लेकिन ये सिर्फ एक या दो झुग्गियों की बात नहीं है। केंद्र सरकार की सभी एजेंसियों मसलन डीडीए, एलएनडीओ और रेलवे को अपने अधिकार क्षेत्र में झुग्गियों को ध्वस्त करने के लिए कहा गया है। हाल ही में पीएम ऑफिस में हुई बैठक में भी इस पर चर्चा हुई है।

‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा कि मैं सभी को वादा करके जा रही हूं कि जबतक दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार है, हम आपकी झुग्गियों को नहीं टूटने देंगे। चाहे हमें बुलडोज़र के सामने खड़ा होना पड़े, चाहे सड़क पर जाकर आंदोलन करना पड़े, कोर्ट जाकर ऑर्डर लाना पड़े, चाहे इस मुद्दे को संसद में उठाना पड़े। हम सड़क से संसद तक इस झुग्गियों को बचाने के लिए लड़ेंगे, ये केजरीवाल जी का वादा है। उन्होंने कहा कि क़ानून है कि जहां झुग्गी वहीं मकान देना होगा। तो जबतक बीआर कैम्प के झुग्गीवासियों को मकान नहीं मिलेगा, हम किसी को इस झुग्गी को छूने नहीं देंगे। अरविंद केजरीवाल दिल्ली के हर झुग्गी वाले के साथ खड़े हैं, जबसे वो दिल्ली के मुख्यमंत्री बने हमने दिल्ली में एक भी झुग्गी नहीं तोड़ी है। लेकिन मोदी जी को झुग्गी देखकर शर्म आती है। इसलिए जब उनके विदेशी दोस्त आते हैं तो वो झुग्गियों को हरे कपड़े से ढंकवा देते हैं। इसलिए अब वो झुग्गियों को तोड़ लोगों को सड़क पर लाना चाहते है या उन्हें दूर भेजना चाहते है, ताकि उन्हें झुग्गियां न दिखें। लेकिन अरविंद केजरीवाल दिल्ली के हर ग़रीब और आम आदमी के साथ खड़े हैं और उनके हक़ की लड़ाई लड़ते आए है। आम आदमी पार्टी वादा करती है कि जबतक आपको मकान नहीं मिल जाता है, हम आपकी झुग्गियों को टूटने नहीं देंगे।

उधर, सफदरजंग फ्लाइंग कैंप की झुग्गियों में रह रहे लोगों से मुलाकात के दौरान कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पिछले कुछ महीने से देखा जा रहा है कि भाजपा की केंद्र सरकार की आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, रेलवे, डीडीए, एलएनडीओ एजेंसियों की जमीन पर जहां भी जेजे क्लस्टर्स हैं, उनको हटाने की साजिश की जा रही है। हालांकि देश और दिल्ली के कानून में यह बात पूरी तरह साफ है। दिल्ली में जो भी पुराने जेजे क्लस्टर्स हैं, वो दिल्ली सरकार में सूचीबद्ध हैं और यह सूची कोर्ट के पास भी है। यह जेजे क्लस्टर्स इतने पुराने हैं कि कानूनी तौर पर उनको उजाड़ा नहीं जा सकता है। जेजे क्लस्टर्स को उजाड़ने से पहले उनमें रहने वाले लोगों को वहीं पर इन-सीटू मकान देने पड़ेंगे। जब लोग मकान में शिफ्ट हो जाएंगे, उसके बाद ही झुग्गियों को तोड़ा जा सकता है। देश के कानून और कोर्ट के आदेशों और मानवीयता के खिलाफ भाजपा की डीडीए, रेलवे, एएसआई, दिल्ली पुलिस बार-बार ध्वस्तीकरण कर रहे हैं।

‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सफदरजंग फ्लाइंग क्लब के पीछे यह एक छोटा सा झुग्गी क्लस्टर्स है। मैंने यहां रह रहे छोटे-छोटे बच्चों से बात की, ये बच्चे आसपास के सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं। यहां रह रही औरतें आसपास के घरों में जाकर काम करती हैं और उनके पति आसपास के मार्केट में काम करते हैं। इन लोगों को उजाड़ दिया जाएगा तो ये कहां जाएंगे। रेलवे ने जो नोटिस चस्पा किया है, वो बहुत ही हास्यास्पद और क्रूर है। रेलवे ने नोटिस में कहा है कि झुग्गियों में रहने वाले लोग खुद यहां से विस्थापित हो जाएं, जबकि विस्थापन करने की जिम्मेदारी उस सरकार की है, जिसकी यह जमीन है। यह जमीन केंद्र सरकार की है। इसलिए एक-एक झुग्गीवाले को चिंहित कर उसका रिकॉर्ड तैयार करने और उसको आसपास मकान देने की जिम्मेदारी डूसिब की है। मकान देने के बाद झुग्गी को उजाड़ दें। कोई भी झुग्गी झोपड़ी में नहीं रहना चाहता है। झुग्गियों में लोग बड़ी मजबूरी में रह रहे हैं।

‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले दशकों में केंद्र सरकार की डीडीए बढ़ती आबादी के अनुपात में गरीब लोगों को मकान नहीं दे पाया है। जबकि मकान देने की जिम्मेदारी डीडीए की थी लेकिन डीडीए अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं कर सका। इसलिए गरीब लोगों ने जैसे-जैसे अपने रहने के लिए इंतजाम किया है। इसी तरह सुंदर नर्सरी के अंदर हजारों लोगों को गैर कानूनी तरीके से बेघर किया गया, जबकि वो क्लस्टर भी नोटिफाइड था। इसी तरह तुगलकाबाद में करीब ढाई लाख लोगों को बेघर कर दिया गया। मेहरौली की घोसिया कालोनी के अंदर भी हजारों लोगों को बेघर कर दिया गया। बसंत विहार और प्रियंका कैंप के अंदर भी केंद्र सरकार ने सैकड़ों लोगों को बेघर कर दिया। अब ये बेघर लोग कहां जाएंगे? ये वही लोग हैं जो फ्लाइओवर, फूटपाथ और अलग-अलग इलाकों में रहते हुए देखे जाते हैं। फिर भाजपा कहती है कि इतने सारे बेघर लोगों के लिए क्या किया गया? अगर भाजपा ही लोगों को बेघर कर देगी तो क्या किया जा सकता है?

मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि झुग्गियों में रह रहे लोगों के घरों पर भगवान राम का तो स्टीकर लगा रखा है, लेकिन जब 16 दिसंबर को रेलवे और पुलिस झुग्गियां तोड़ने आई तो भाजपा का कार्यकर्ता भाग गया। इसका मतलब भाजपा वाले चाहते हैं कि झुग्गियों में रह रहे लोग बेघर हो जाएं। भाजपा कह रही है कि आम आदमी पार्टी गुमराह कर रही है तो भाजपा प्रेस वार्ता करके यह कह दे कि रेलवे का नोटिस झूठा है और झुग्गियों में रह रहे लोगों पर रेलवे कोई कार्रवाई नहीं करेगा। ये लोग यहीं रहेंगे।

दिल्ली के अंदर दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार की जमीनों पर जेजे क्लस्टर बना हुआ है। जहां पर केंद्र सरकार की जमीनों पर जेजे क्लस्टर है, वहां रहने वाले लोगों को मकान देने की जिम्मेदारी डीडीए की है और डीडीए केंद्र सरकार की एजेंसी है। वहीं दिल्ली सरकार की जमीनों पर जहां जेजे क्लस्टर बने हैं, वहां रह रहे लोगों को मकान देने की जिम्मेदारी डूसिब की है। सौरभ भारद्वाज ने पर्दे के पीछे खेले जा रहे खेल को बताते हुए कहा कि इसमें डूसिब के वकील भी मिले हुए हैं। डूसिब के कुछ वकील कोर्ट में खेल खेल रहे कि केंद्र सरकार की जमीन है और केंद्र सरकार उस जमीन पर बनी झुग्गियों को हटाने की बात कहती है। वो डूसिब के वकील को बुलाते हैं और कहते हैं कि यहां रहे रहे लोगों को ले जाएंगे तो डूसिब के वकील कहते हैं कि हम इनको रैन बसेरे में ले जाएंगे। जिन लोगों का पूरा परिवार है। परिवार में जवान बेटियां हैं, बच्चे स्कूल जाते हैं, बुजुर्ग मां-बाप हैं, वो क्या रैन बसेरे में रह सकते हैं। रैन बसेरा सिर्फ रात में ठहरने के लिए है। परिवार के साथ जिंदगी नहीं गुजारा जा सकता है। मैं कोर्ट से हाथ जोड़कर वितनी करूंगा कि जब तक इन लोगों को मकान नहीं मिल जाता है, तब झुग्गियों को उजाड़ने का कोई आदेश न दें।

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