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Maken is BJP’s man in Congress and is talking their language : Sanjay Singh

· Delhiites getting 24X7 electricity at cheapest rates in India : Sanjay Singh

· AAP leader says Maken is BJP man in Congress who does not do his homework

· Sanjay Singh challenges Maken to compare electricity rates of AAP govt with Congress regime

· Maken deliberately signed long term PPAs with Discoms at higher rates

Aam Aadmi Party leader and Rajya Sabha MP Mr Sanjay Singh on Thursday said the Delhi government has set an example before the country by its decision of providing 200 units of electricity free every month and the electricity rates in Delhi are the lowest in the country.

Responding to Congress leader Ajay Maken’s allegations, Mr Sanjay Singh said the Congress leader was lying, he had no facts, and all his allegations have been made without any use of the brain.

Mr Singh said Maken is the person who had signed the electricity privatisation agreement with the private discoms and he should tell the world what was the reason why he signed long term Power Purchase Agreements (PPAs) with discoms at extremely high rates ? How much money had exchanged hands ?

Mr Sanjay Singh said Maken is claiming that per unit electricity in Delhi is at Rs 8.45, such an absurd claim can only be made by a person who is either ill-informed or has not been properly briefed by the BJP, at whose behest Maken is making such laughable allegations. The way Maken is wrongly quoting the electricity rates of Gujarat and Maharashtra, it seems he is working as a BJP man within the Congress.

Mr Singh said upto 200 units of electricity is free every month in Delhi and in Haryana consumers have to pay Rs 910 per month for 200 units of electricity, in Maharashtra you have to pay Rs 1400, in Karnataka Rs 1350, in Bihar Rs 1310, in Telangana Rs 882, In West Bengal Rs 1321, in Madhya Pradesh Rs 1200, In Maken’s party Congress ruled Punjab it is 1320, In Rajasthan Rs 1588 are the electricity rates for 200 units every month.

Similarly for 400 units in Delhi the monthly bill is Rs 1075 – and now compare it with Haryana where it is Rs 1820, Rs 2480 in UP, Rs 3310 in Maharashtra, Rs 2910 in Karnataka, Rs 2950 in Bihar, Rs 2307 in Telangana, Rs 2946 in West Bengal, Rs 2430 in Madhya Pradesh, Rs 2870 in Punjab, and Rs 3277 in Rajasthan.

So the basic question is what was Maken saying and at whose behest ?

He has nowhere to hide since the crocodile tears that he is shedding against private discoms are those very companies whom his own government had brought to Delhi when he was the power minister.

Either Maken has not done his homework or he is deliberately misleading the media since it was the Congress government in Delhi, which had increased electricity rates by 100 % between 2010 and 2013.

After the AAP government came to power in Delhi, electricity tariffs have been consistently reduced since 2015 every year. In 2010, the electricity used to cost Rs 539 for 200 units and in 2013 it increased upto Rs 988. Can Maken hide anywhere and explain how a 100 % hike took place in the Congress regime ?

Today consumers in Delhi pay nothing for consuming upto 200 units every month.

Can Maken answer that in 2010 his government used to charge Rs 988 per month and Kejriwal government does not charge anything. How has this been made possible ?

Similarly, for 400 units in Congress regime in Delhi, people had to pay Rs 1368 in 2010, which went upto Rs 2243 in 2013. Today for 400 units Delhi residents pay Rs 1175. Can Maken answer ?

Today Delhi is proud that its residents get electricity on cheapest rates in India, there is 24X7 supply and inverters and power cuts are a thing of the past, buried like the Congress regime.

भाजपा ने अजय माकन को कांग्रेस के अंदर अपने प्रवक्ता के रूप में इस्तेमाल किया : संजय सिंह

  • दिल्लीवालों को आज देश में सबसे सस्ते दामों पर मिल रही है 24 घंटे बिजली
  • आम आदमी पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अजय माकन पर दागे सवाल
  • माकन के ऊर्जा मंत्री रहते हुए दिल्ली में बिजली का निजीकरण क्यों हुआ?
  • माकन के ऊर्जा मंत्री रहते हुए कांग्रेस के शासनकाल के दौरान महंगी बिजली क्यों खरीदी गई?
  • कांग्रेस के शासनकाल में दिल्ली की जनता को महंगी बिजली क्यों दी गई?

नई दिल्ली। दिल्ली में 200 यूनिट तक बिजली को मुफ्त करके और देश में सबसे सस्ती बिजली मुहैया कराकर आम आदमी पार्टी सरकार ने पूरे देश में उदाहरण प्रस्तुत किया है, लेकिन उस पर बेबुनियाद सवाल उठाते हुए आज अजय माकन जी ने एक प्रेस कांफ्रेस की है। बे-सिर-पैर के सवाल खड़े किये हैं। जो बातें उन्होंने कही हैं, वो झूठ का पुलिंदा हैं। निराधार हैं। अगर मैं ये कहूं कि बेअक्ल की बातें हैं तो बिलकुल भी गलत नहीं होगा। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने आम आदमी पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में ये बातें कहीं।

संजय सिंह ने कहा कि अजय माकन जी कह रहे हैं कि दिल्ली में 8 रुपये 45 पैसे यूनिट बिजली मिल रही है। मैं कहना चाहता हूं कि या तो वे अखबार नहीं पढ़ते। या उनको दिल्ली सरकार के कामों की जानकारी नहीं है या फिर वह भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता के तौर पर झूठ का पुलिंदा लेकर आए हैं। दरअसल, दिल्ली में तो 200 यूनिट तक बिजली तो मुफ्त है। ये अपने आपमें बेअक्ली की बात है, मूर्खता की बात है। जिस तरह से उन्होंने गुजरात से लेकर महाराष्ट्र तक के बिजली के दामों को सही साबित किया उससे तो मुझे लगता है कि भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के अंदर उन्हें अपने प्रवक्ता के रूप में इस्तेमाल किया है।

संजय सिंह ने ये भी कहा कि दिल्ली में बिजली के रेट क्या हैं और दूसरे राज्यों में बिजली के रेट क्या हैं, इसका आंकड़ा मैं आपके सामने पेश कर रहा हूं। दिल्ली में 200 यूनिट तक बिजली के लिए एक भी रुपये नहीं देने पड़ते हैं। जबकि हरियाणा में 910, महाराष्ट्र में 1400, कर्नाटक में 1350, बिहार में 1310, तेलंगाना में 882, पश्चिम बंगाल में 1321, मध्य प्रदेश में 1200, पंजाब में 1320 , राजस्थान में 1588 रुपये देने पड़ते हैं। अगर आप 400 यूनिट बिजली के दाम देखें तो हरियाणा में 1820, उत्तर प्रदेश में 2480, महाराष्ट्र में 3310, कर्नाटक में 2910, बिहार में 2950, तेलंगाना में 2307, पश्चिम बंगाल में 2946, मध्य प्रदेश में 2430 रुपये, पंजाब में 2870, राजस्थान में 3277 रुपये देने पड़ते हैं। जबकि दिल्ली में 400 यूनिट के लिए केवल 1075 रुपये देने पड़ते हैं।

अजय माकन पर तीखा हमला करते हुए संजय सिंह सवाल किए कि आज बिजली की जिन निजी कंपनियों को अजय माकन जी कोसने का काम कर रहे हैं, दरअसल, उनको दिल्ली में लाने के काम ऊर्जा मंत्री के तौर पर खुद उन्होंने ही किया है। कांग्रेस के समय में 2010 से 2013 तक बिजली के दाम 100 फीसदी बढ़े थे जबकि आम आदमी पार्टी के समय में बिजली के दाम 100 फीसदी घटे हैं। कांग्रेस के समय में 2010 में 200 यूनिट तक बिजली के दाम 539 रुपये थे। 2013 तक ये बढ़कर 988 रुपये हो गया। कांग्रेस के शासन काल में लगभग 100 फीसदी का इजाफा हुआ। जबकि हमने 200 यूनिट तक बिजली के दाम जीरो कर दिये। अजय माकन जी को जवाब देना चाहिए कि कांग्रेस के समय 200 यूनिट के दाम 988 रुपये थे, उसे अरविंद केजरीवाल जी ने जीरो करके जनता का हित किया या अहित किया? भले ही अजय माकन जी भाजपा प्रवक्ता के तौर पर काम कर रहे हैं कि लेकिन ये सच्चाई उनको जनता के सामने रखना चाहिए।

संजय सिंह ने ये भी कहा कि 400 यूनिट तक बिजली के दाम, कांग्रेस के शासनकाल में, जिसमें अजय माकन जी बिजली मंत्री के तौर पर काम कर चुके हैं, 2010 में 1368 रुपये थे, जो 2013 तक बढ़कर 2243 रुपये हो गये थे। जबकि इस समय यानी आम आदमी पार्टी की सरकार में 400 यूनिट तक बिजली के दाम 1175 रुपये हैं। पूरे देश में सबसे सस्ती बिजली, 24 घंटे बिजली देने का काम केजरीवाल सरकार कर रही है। 200 यूनिट तक हम मुफ्त बिजली दे रहे हैं। 400 यूनिट तक बिजली हम आधे दाम पर दे रहे हैं।

दिल्ली में बिजली कंपनियों के निजीकरण को लेकर अजय माकन पर सवाल दागते हुए संजय सिंह ने कहा कि अजय माकन को बताना चाहिए कि दिल्ली में बिजली के निजीकरण के पीछे क्या-क्या घटनाक्रम हुआ था? कौन सा खेल आपने खेला था?किस कारण से आपने बिजली कंपनियों से महंगी बिजली लेने का समझौता किया थ? ये सब आपको दिल्ली की जनता को बताना चाहिए।

संजय सिंह ने ये भी कहा कि जो समझौता अजय माकन की सरकार ने किया था, उसके कारण से हमें कितनी महंगी बिजली खरीदनी पड़ी और जो समझौता हमारी सरकार ने किया उससे हमने कितनी सस्ती बिजली हमने खरीदी, उसकी जानकारी भी हम जनता के सामने रख रहे हैं। बवाना स्टेज थ्री प्रोजेक्ट से अभी 6.98 रुपये प्रति यूनिट, प्रगति स्टेज वन प्रोजेक्ट से अभी 5.41 रुपये प्रति यूनिट, ऊंचाहार प्रोजेक्ट थ्री से 4.46 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से मिल रही है। ये सारे समझौते कांग्रेस के गुनाह हैं जो उन्होंने 30-30 साल, 15-15 साल के लिए इन कंपनियों से समझौते किये जिसके कारण से इतनी महंगी बिजली खरीदनी पड़ी। वहीं, हमने जो पावर परचेज एग्रीमेंट किया उसमें हम 2.60 रुपये प्रति यूनिट बिजली खरीद रहे हैं। कांग्रेस ने 7 रुपये प्रति यूनिट बिजली खरीदने का समझौता किया। हमने 2.60 रुपये प्रति यूनिट बिजली खरीदने का समझौता किया। किस सरकार ने ईमानदारी से काम किया है?

कौन सरकार बिजली उपभोक्ताओं को राहत पहुंचाने का काम कर रही है?

कौन सरकार मुफ्त बिजली देने का काम कर रही है? लेकिन इन सबके बावजूद भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता की तरह अजय माकन ने आज जिस तरह दिल्ली की जनता को बिजली से मिल रही राहत का मजाक उड़ाया है, दिल्ली की जनता को मिल रही मुफ्त बिजली की राह में अड़ंगा लगाने का काम किया है, जिस तरह से वह भाजपा के राज्यों की पैरवी कर रहे हैं, उससे साफ हो गया है कि कांग्रेस में अजय माकन एक भाजपा प्रवक्ता के तौर पर काम कर रहे हैं। उनको दिल्ली के लोगों को बताना चाहिए उनके ऊर्जा मंत्री रहते हुए दिल्ली में बिजली का निजीकरण क्यों हुआ? उनके ऊर्जा मंत्री रहते हुए और कांग्रेस के शासनकाल के दौरान महंगी बिजली क्यों खरीदी गई? दिल्ली की जनता को महंगी बिजली क्यों दी गई? इसका जवाब अजय माकन जी को देना चाहिए।


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sudhir