दिल्ली के सेंट्रल जोन में सफाई व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। इसे लेकर आम आदमी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने सेंट्रल जोन के पार्षद मंडल के साथ शुक्रवार को एमसीडी के कमिश्नर से मुलाकात की और सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर एक मांग पत्र सौंपा। अंकुश नारंग ने बताया कि हमने कमिश्नर से सेंट्रल जोन में हर गली-हर सड़क पर फैले गंदगी के अंबार को जल्द से जल्द साफ कराने की मांग की है। दिल्ली में मनसून ने दस्तक दे दी है। चारों तरफ कूड़ा फैला होने से मौसमी बीमारियों का भी खतरा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि इस बाबत 04 जून को मैंने मेयर को भी चिट्ठी लिखी थी। मेयर ने दो दिन में सफाई कराने का आश्वास दिया था, लेकिन सफाई नहीं कराई। फिर उन्होंने इस मुद्दे को सदन में उठाया। उस दौरान मेयर ने कहा कि यह स्टैंडिंग कमेटी के पास जाएगा। लेकिन स्टैंडिंग कमेटी में भी कोई कार्ययोजना नहीं लाई गई।
इस दौरान एमसीडी नेता विपक्ष अंकुश नारंग और निगम पार्षद मंडल में सेंट्रल जोन से वार्ड-142 सारिका चौधरी, वार्ड-184 हेमा श्रीचंद वोहरा, वार्ड- 168 पंकज गुप्ता, वार्ड- 179 राकेश लोहिया, वार्ड-170 भागवीर चौधरी उपस्थित रहे।
अंकुश नारंग ने पत्र में कहा है कि दिल्ली के सेंट्रल जोन में सफाई व्यवस्था बुरी तरह चरमरा चुकी है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए है जिससे स्थानीय निवासियों का जीना दूभर हो गया है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि सेंट्रल जोन में कोई कंशेसनेयर/एजेन्सी निगम द्वारा डोर-टू-डोर कूड़ा एकत्र करने के लिए चयनित नहीं की गई। वर्तमान में सेंट्रल जोन में 25 पार्षद हैं। इसमें आम आदमी पार्टी के सात पार्षद हैं। सभी 25 पार्षदों एक का कहना है कि उनके क्षेत्र में सफाई व्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है और जगह-जगह गन्दगी के ढेर लगे हुए है। लेकिन ‘‘आप’’ पार्षदों ने सिर्फ इसकी आवाज उठाई है। बीजेपी एमसीडी की सत्ता में हैं। इसके बाद भी बीजेपी पार्षद भी इस कूड़े की दिक्कत से झुलस रहे हैं, लेकिन फिर भी वह शांत है। बीजेपी ने उनको शांत करा रखा है। सेंट्रल जोन के हालात बहुत बुरे हैं।
अंकुश नारंग ने कहा है कि पिछले जून में आयोजित निगम के सदन में सेंट्रल जोन में सफाई व्यवस्था की स्थिति हमने उठाई थी और सेंट्रल जोन में कंशेसनेयर की नियुक्ति की मांग की थी। उस हाउस में यह बताया गया था कि कंशेसनेयर की नियुक्ति के लिए आइटम निगम की आगामी स्थायी समिति की सभा में लाया जाएगा। लेकिन बेहद खेद का विषय है कि 27 जून 2025 को स्थायी समिति की सभा हुई, लेकिन उसमें सेंट्रल जोन की सफाई व्यवस्था को दूरूस्त करने के लिए न तो कोई कार्य योजना लाई गई और न ही कंशेसनेयर लगाने की कोई आइटम लाई गई। उन्होंने कहा कि नालों की सफाई के बाद गाद को सड़क के किनारे छोड़ दिया गया है। यह मिट्टी अब पुनः नाले में जा रही है, जिससे जल भराव हो रहा है। इसलिए सड़क पर पड़ी नालों की गाद उठाने के लिए हर पार्षद को एक टाटा 407 दी जाए ताकि जल भराव न हो सके। पार्षदों के पास टाटा 407 की सुविधा नहीं है। जहां पर 10 टिंपर थे, वहां दो रह गए हैं, जहां 15 थे, वहां तीन टिंपर रह गए हैं। जिसकी वजह से सड़कों पर कूड़ा फैला हुआ है।
अंकुश नारंग ने कहा कि सेंट्रल जोन में सफाई व्यवस्था की दयनीय स्थिति के लिए वहां के स्थानीय निवासियों में अत्यंत रोष है ओर क्षेत्रीय निगम पार्षदों को उनका सामना करने में काफी कठिनाई हो रही है। जैसा कि आपको विदित है कि इस समय मानसून दिल्ली में दस्तक दे चुका है और समय-असमय कहीं भी बारिश होने लगती है जिसके फल स्वरूप सेंट्रल जोन में गन्दगी के कारण जगह-जगह जल भराव की शिकायतें मिल रही है और सेंट्रल जोन में जल-जनित बिमारियां फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। इस विषय की गम्भीरता को देखते हुए दिनांक 04 जून 2025 को ‘‘आप’’ पार्षदों द्वारा महापौर कार्यालय में ज्ञापन भी दिया गया और जल्द से जल्द सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने की मांग की गई थी।
अंकुश नारंग ने एमसीडी कमिश्नर अश्विनी कुमार जी से अनुरोध करते हुए कहा कि आप सेंट्रल जोन की चरमराती हुई सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने का कार्य अपने स्तर पर देंखे और कंसेशनेयर की नियुक्ति जल्द से जल्द करे. इस विषय में जल्द से जल्द उचित कार्यावाही के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश संबन्धित विभागों को जारी करें और सेंट्रल जोन की सफाई से संबंधित समस्या का तुरन्त समाधान करवाएं। एमसीडी कमिश्नर अश्वनी कुमार ने अंकुश नारंग को आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द सेंट्रल जोन में कूड़े की समस्या का समाधान किया जाएगा। और अगले एक महीने से ढेड महीने के अंदर निगम में आम आदमी पार्टी के अनुरोध पर कंसेशनेयर की नियुक्ति कर उसे काम पर भी लगाया जायेगा।