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दिल्ली के एलजी विनय सक्सेना ने एमसीडी मेयर चुनाव मामले में दिल्ली सरकार को सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखने से रोकने की बड़ी सारिश रची थी। उन्होंने शहरी विकास विभाग के सचिव पर दबाव डालकर दिल्ली सरकार के मंत्री की तरफ से प्रस्तावित वकील गौतम नारायण को खारिज कराकर तुषार मेहता को वकील बनवा दिया था। तुषार मेहता सुप्रीम कोर्ट में एलजी के भी वकील थें। इस तरह विनय सक्सेना ने साज़िश के तहत तुषार मेहता को ही दिल्ली सरकार और एलजी दोनों का वकील बनवा दिया था। जबकि सुप्रीम कोर्ट में दोनों अलग-अलग पार्टी थे। दस्तावेजों के साथ शनिवार को यह खुलासा दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने किया। अरविंद केजरीवाल ने इस कृत्य पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए इसे न्यायिक प्रशासन में हस्तक्षेप और अपराध बताया है। उन्होंने कहा कि यह तो फिल्मों में होता था कि कोई खलनायक किसी को कोर्ट में अपना पक्ष रखने से रोक देता था। वही काम दिल्ली में एलजी ने किया है। क्योंकि एलजी को पता था कि उन्होंने गैरकानूनी काम किया है, अगर सुप्रीम कोर्ट में पोल खुल जाती तो वो मुंह दिखाने लायक नहीं रहते।

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एलजी व भाजपा वाले असंवैधानिक तरीके से भाजपा का मेयर बनाना चाहते थे, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने नाक़ाम कर दिया। यह ‘‘आप’’ और दिल्लीवालों की बड़ी जीत है। मैंने, एलजी साहब को 22 फरवरी को एमसीडी के मेयर का चुनाव करवाने का प्रस्ताव भेजा है। साथ ही, एलजी साहब से अपील की है कि इस तरह से गुंडागर्दी करके दिल्ली में चुनी हुई सरकार के कामों में दखलअंदाज़ी मत कीजिए।

दिल्ली वालों को जल्द ही उनके जनादेश के अनुसार मेयर मिलेगा- अरविंद केजरीवाल

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एमसीडी मेयर चुनाव पर सुप्रीम कोर्ट के आए निर्णय को लेकर आज कैंप कार्यालय में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि कल सुप्रीम कोर्ट में एमसीडी चेयर चुनाव के मामले में आम आदमी पार्टी की बहुत बड़ी जीत हुई। जनतंत्र और दिल्ली व देश की जनता की जीत हुई। एलजी साहब और भाजपा के लोग एमसीडी में हारने के बावजूद भी गलत तरीके से जोर-जबरदस्ती करके गैर-कानूनी व असंवैधानिक तरीके से भाजपा का मेयर बनाने की कोशिश कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट उस षणयंत्र को नाकाम कर दिया है। मैंने एलजी साहब के पास 22 फरवरी को चुनाव कराने को लेकर एक प्रस्ताव भेजा है। मैं उम्मीद करता हूं कि जल्द ही एमसीडी में चुनाव होगा और दिल्ली वालों को उनके जनादेश के अनुसार मेयर मिलेगा।

एलजी साहब ने सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली सरकार को सच्चाई बताने से रोकने की पूरी कोशिश की- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कल सुप्रीम कोर्ट के आए निर्णय से पहले की घटना की जानकारी देते कहा कि इस केस को एलजी साहब ने असंवैधानिक तरीके से प्रभावित करने की कोशिश की। एलजी साहब ने सुप्रीम कोर्ट में सच्चाई बताने से रोकने के लिए पूरी कोशिश की। आम आदमी पार्टी की मेयर प्रत्याशी शैली ओवेराॅय ने सुप्रीम कोर्ट मे केस किया। उस केस में उन्होंने दिल्ली सरकार और एलजी को अलग-अलग पार्टी बनाया। क्योंकि दोनों के विचार अलग-अलग थे। एलजी साहब ने कुछ कदम उठाए थे, जो दिल्ली सरकार के मुताबिक असंवैधानिक और गैर-कानूनी थे। दिल्ली सरकार ने शहरी विकास विभाग (यूडी) की सेक्रेटरी को आदेश दिए कि इस केस में दिल्ली सरकार की ओर से गौतम नारायण को वकील नियुक्त किया जाए। दिल्ली सरकार की मर्जी है कि वो किसी को भी अपना वकील बना सकती है। एलजी साहब ने 9 फरवरी की रात को यूडी सेक्रेटरी को एक आदेश जारी किया। आदेश के दूसरे पैराग्राफ में एलजी साहब ने यूडी सेक्रेटरी से कहा है कि आप मेरे ही वकील को दिल्ली सरकार के वकील के तौर पर लगाइए। एलजी साहब के वकील तुषार मेहता थे। दिल्ली सरकार के अफसर को आदेश दिया गया कि तुषार मेहता को ही दिल्ली सरकार का वकील लगाया जाए। यह तो दुनिया में पहली बार हो रहा होगा कि दोनों विरोधी पार्टियों का वकील एक ही होगा। एलजी साहब उस अफसर को कह रहे हैं कि मैंने जितने गलत काम किए हैं, आपको सुप्रीम कोर्ट में उसका बचाव करना है। आपको सुप्रीम कोर्ट में सच्चाई नहीं बतानी है।

डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने यूडी सेक्रेटरी को दिल्ली सरकार का वकील गौतम नारायण को नियुक्त करने का आदेश दिया था- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एलजी साहब ने दिल्ली सरकार के अफसर को आदेश देते हुए कहा है कि मेरा वकील तुषार मेहता है और आप भी अपना वकील तुषार मेहता को बनाओ। गौतम नारायण को अपना वकील मत बनाओ। एलजी साहब यह भी कहते हैं कि आप क्या बोलेंगे, यह भी मैं तय करूंगा। सीएम ने कहा कि दो पार्टियां कोर्ट में हैं। एक पार्टी अपनी दादागिरी और गुंडागिरी करके कहती है कि तुम्हारा वकील भी मैं तय करूंगा, तुम्हारी प्रविष्ठियां भी मैं तय करूंगा और तुम मेरे पक्ष ही बोलोगे। यूडी सेक्रेटरी को डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने निर्देशित किया कि दिल्ली सरकार का वकील गौतम नारायण को नियुक्त किया जाए और एलजी साहब ने निर्देशित किया कि आप तुषार मेहता को दिल्ली सरकार का वकील नियुक्त किया जाए। उस अफसर के पास कोई विकल्प नहीं था। उसने दिल्ली सरकार का वकालतनामा भी तुषार मेहता के पक्ष में दे दिया। उस अफसर के पास दो आदेश थे। एक दिल्ली सरकार आदेश था, जिसके अधीन वो काम करता है और उस अफसर का एलजी से कोई लेना-देना नहीं है। दूसरा एलजी साहब का आदेश था, जिसमें वे तुषार मेहता को वकील लगाने का आदेश दे रहे हैं। उस अफसर ने तुषार मेहता के पक्ष में वकालतनामा दे दिया। इसीलिए तुषार मेहता सुप्रीम कोर्ट में दोनों पार्टियों की तरफ से खड़े थे। जाहिर तौर पर अफसर के उपर बंदूक रखकर, उसे सस्पेंड, ट्रांसफर करने और कैरियर बर्बाद करने की धमकी देकर उससे जबरदस्ती वकालतनामा दिलवाया गया।

दिल्ली सरकार को सुप्रीम कोर्ट में सच्चाई रखने से रोकने का षणयंत्र कर एलजी साहब ने कोर्ट की आपराधिक अवमानना की है- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एलजी साहब ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि वो जानते थे कि उन्होंने जितने काम किए हैं, वो गैर-कानूनी और असंवैधानिक है। अगर सुप्रीम कोर्ट के अंदर उनकी पोल खुल गई, तो वो अपना मुंह दिखाने के लायक नहीं बचेंगे। इसीलिए उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग कर गुंडागर्दी करके दोनों पक्षों का वकील एक करवाया और दोनों पक्षों का काउंटर हलफनामा एक करवाया। सुप्रीम कोर्ट में सच को छुपाने के लिए एलजी साहब ने यह सारा षणयंत्र रचा। जैसे हम फिल्मों में देखते हैं कि जो मुख्य गवाह है, उसको कोर्ट में पेश होने से रोकने के लिए किडनैप कर लिया जाता है। कभी उसके परिवार वालों को किडनैप कर लिया जाता है, तो कभी उस गवाह की हत्या कर दी जाती है। यह बहुत बड़ा गुनाह है। एलजी साहब ने वही काम किया कि एक पार्टी की सच्चाई को सुप्रीम कोर्ट के सामने रखने से रोकने के लिए यह सारा षणयंत्र रचा। यह कोर्ट के न्याय प्रशासन में हस्तक्षेप के समान है। दिल्ली के एलजी ने कोर्ट की आपराधिक अवमानना की है। यह एलजी साहब के कार्यालय की गरिमा को कम करता है। मैंने एलजी साहब को इस संबंध में चिट्ठी भी लिखी है। मेरी एलजी साहब से अपील है कि इस तरह से गुंडागर्दी करके दिल्ली को चलाने की कोशिश मत कीजिए। दिल्ली की चुनी हुई सरकार के कामों में इस तरह से गुंडागर्दी करके दखलअंदाजी मत कीजिए।

एक संवैधानिक पद पर बैठे होने के कारण एलजी साहब की जिम्मेदारी है कि न्याय हो- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एलजी साहब एक बहुत बड़े संवैधानिक पद पर बैठे हैं। उनकी जिम्मेदारी है कि न्याय होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के अंदर केस चला है, तो उनकी जिम्मेदारी है कि सारी पार्टियों का पक्ष सच्चाई के साथ रखा जाए। उसके बाद कोर्ट जो भी निर्णय ले। लेकिन उन्होंने उसे करने से रोका। यह तो अच्छा हुआ कि जो मुद्दे थे, उसमें सुप्रीम कोर्ट को दिल्ली सरकार से कुछ पूछने की जरूरत ही नहीं पड़ी। सुप्रीम कोर्ट को कुछ ही मिनट में सारा मुद्दा समझ में आ गया। अगर सुप्रीम कोर्ट संयोग से कल यह पूछता कि दिल्ली सरकार का वकील कौन है, दिल्ली सरकार हमें बताए, तो वहां दो लोग खड़े होते। एक तुषार मेहात खड़े होते, जिनके पास अफसर का वकालतनामा था और दूसरे गौतम नारायण खड़े होते, जिसके पास डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का वकालतनामा था। एलजी साहब यह क्या कर रहे हैं?

मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम संघर्ष कर रहे हैं, लड़ रहे हैं। अंत में सच्चाई, जनतंत्र और संविधान की जीत होगी। ये संविधान को कुचल रहे हैं। एलजी साहब एक बार नहीं, कई मौकों पर कह चुके हैं कि मैं संविधान और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को नहीं मानता। ऐसे एलजी के साथ कैसे दिल्ली चल सकती है। कैसे देश चल सकता है?

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एलजी को लिखे पत्र को ट्वीट करते हुए कहा, ‘‘माननीय एलजी ने दिल्ली सरकार को सुप्रीम कोर्ट में एमसीडी मेयर मामले में तुषार मेहता को नियुक्त करने के लिए मजबूर किया। इसलिए तुषार मेहता ने दोनों विरोधी दलों दिल्ली सरकार और एलजी का प्रतिनिधित्व किया। क्या यह न्याय प्रशासन में हस्तक्षेप नहीं है? क्या यह एक आपराधिक कृत्य नहीं है?’’

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ माननीय उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार को माननीय उच्चतम न्यायालय के समक्ष अपना पक्ष रखने करने से जबरदस्ती रोकने का प्रयास किया। यह न्याय प्रशासन में हस्तक्षेप के बराबर है।’’

वहीं, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कोर्ट में मेरा वकील मेरा, तुम्हारा वकील भी मेरा। मेरा पक्ष मेरा, तुम्हारा पक्ष भी मेरा। अफसरो को धमकाकर एमसीडी मामले में सच छिपाने के लिए एलजी साहब ने ‘‘आप’’ सरकार के खिलाफ इस हद तक की साज़िश रच दी। एलजी साहब खुद को बॉलीवुड का खलनायक समझते हैं जो कोर्ट, कानून और न्याय से ऊपर हैं।’’

दिल्ली में कोई शराब घोटाला नहीं हुआ है, इन्होंने राजनीति साजिश के तहत सारा केस किया है- अरविंद केजरीवाल

सीबीआई द्वारा डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुलाने को लेकर मीडिया द्वारा पूछ गए सवाल का जवाब देते हुए ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शराब घोटाला नाम की कोई चीज नहीं है। कोई शराब घोटाला नहीं हुआ। सबसे अच्छी पॉलिसी देश में हम लोगों ने बनाई। यही पॉलिसी जब पंजाब में लागू की गई तो वहां 48 फीसद रेवेन्यू बढ़ा। दिल्ली के अंदर इन्होंने जानबूझकर राजनीति षड्यंत्र के तौर पर सारा केस रचा है। मनीष सिसोदिया कल जाएंगे। हम पूरा सहयोग करेंगे और अंत में सच की जीत होगी।

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