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दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए आईं EVM में भी मिली ख़राबी, 4600 मशीनें खराब पाई गईं

EVM की विश्वसनीयता संदेह के घेरे में है, बैलेट पेपर से कराए जाएं नगर निगम चुनाव: AAP

खराब पाई गई EVM के सॉफ्टवेयर-हार्डवेयर की कराई जाए जांच: AAP

आम आदमी पार्टी लगातार यह बात कहती आ रही है कि इस देश का चुनावी लोकतंत्र इस वक्त ख़तरे में है और उसे बचाया जाना बेहद ज़रूरी है। जब से मध्यप्रदेश की EVM की घटना सामने आई है तब से निष्पक्ष चुनावी प्रणाली पर संदेह के बादल बेहद ही घने हो गए हैं। एक समाचार पत्र की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक अब दिल्ली में नगर निगम चुनाव के लिए मंगाई गईं ईवीएम में से 4600 मशीनें खराब पाईं गई हैं जिसमें ज़्यादातर में तकनीकि खराबी है और इन तथ्यों को तो चुनाव आयोग ने आधिकारिक तौर पर स्वीकार भी किया है। आम आदमी पार्टी लगातार यह गुज़ारिश कर रही है कि दिल्ली नगर निगम के चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाएं ताकि देश का चुनावी लोकतंत्र मजबूत हो सके औऱ चुनावी प्रणाली में लोगों का विश्वास फिर से बहाल किया जा सके।

पार्टी कार्यालय में आयोजित हुई प्रेस कॉंफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और दिल्ली संयोजक दिलीप पांडे ने कहा कि ‘आज देश भर से आ रही ईवीएम में गड़बड़ी से सम्बंधित शिकायतों से देश के नागरिक का लोकतांत्रिक चुनावी प्रक्रिया में विश्वास कमज़ोर पड़ा है। देश में साफ़, स्वच्छ और निष्पक्ष चुनाव कराने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की होती है लेकिन आज की तारीख़ में लोगों का विश्वास चुनाव आयोग द्वारा इस्तेमाल की जा रही EVM से उठ चुका है। EVM’s अपनी विश्वसनीयता खो चुकी हैं।’

“हाल ही में एक समाचार पत्र में छपी ख़बर के मुताबिक़ दिल्ली में चल रहे नगर निगम चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने 30 हज़़ार बैलेट यूनिट और 20 हज़ार कंट्रोल यूनिट मंगाई हैं जिसमें से 4600 मशीनें खराब पाई गई हैं। मशीन की उपरी टूट-फूट के अलावा जो कारण चुनाव आयोग की तरफ़ से आधिकारिक तौर पर इस खराबी का मिला है वो ‘तकनीकि खराबी’ का है। अब देश और दिल्ली की जनता इस ‘तकनीकि खराबी’ का मतलब क्या समझे? क्या मशीन के सॉफ्टवेयर में खराबी है या फिर हार्डवेयर में? क्योंकि तकनीकि खराबी के मात्र यही दो मतलब होते हैं। और अगर यही मतलब है तो फिर देश की जनता इन ईवीएम की विश्वसनीयता पर कैसे भरोसा करे? कैसे इस बात को माने कि देश और देश की राजधानी में चुनाव निष्पक्ष तरीके से हो रहे हैं? देश-भर से ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की खबरें आ रही हैं और देश का मतदाता ऐसी स्थिति में अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है क्योंकि वो अपना वोट अपनी मर्ज़ी से चाहे किसी को डाले लेकिन हक़ीक़त में वो वोट मशीनों के साथ छेड़छाड़ कराने वाली एक पार्टी विशेष को चला जाता है।”

‘हम चुनाव आयोग से यह गुज़ारिश कर रहे हैं कि दिल्ली के निगम चुनाव बैलेट पेपर के द्वारा कराए जाएं और अगर इसमें अतिरिक्त समय लग रहा है तो चुनाव की तारीखों को बदला भी जाना चाहिए। देश के लोकतंत्र को बचाने और लोगों के विश्वास को चुनावी प्रक्रिया में फिर से बहाल करने के लिए ऐसा किया जाना बेहद ही आवश्यक है। आम आदमी पार्टी लगातार चुनाव आयोग से यह भी गुज़ारिश कर रही है कि कृपया उन मशीनों की जांच कराई जाए जिन मशीनों से सिर्फ़ भारतीय जनता पार्टी को ही वोट डल रहे हैं। हम तो यहां तक बोल रहे हैं कि हमारे पास विशेषज्ञ मौजूद हैं अगर चुनाव आयोग वो मशीनें हमें उपलब्ध कराता है तो हमारे विशेषज्ञ जांच कर सकते हैं ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। ऐसा करने से देश के मतदाता का चुनाव आयोग, चुनावी प्रक्रिया, लोकतंत्र और इन EVM में विश्वास बहाल होगा क्योंकि फ़िलहाल यह विश्वास भयंकर संदेह में तब्दील हो चुका है और देश की लोकतांत्रिक प्रणाली के लिए यह ठीक नहीं है।’

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sudhir