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आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि देश में इमरजेंसी के संकेत हैं। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के‌ साथ आम आदमी पार्टी के 80 फीसदी नेतृत्व को पुलिस ने गिरफ्तार कर रखा है। इंदिरा गांधी ने जो इमरजेंसी में किया था वही आज केंद्र की मोदी सरकार कर रही है। केंद्र सरकार कह रही है कि ‘आप’ नेताओं को हिरासत में लिया गया है। जबकि हिरासत एक-दो घंटे की होती है लेकिन नेताओं को पकड़े करीब 24 घंटे हो गए हैं। इतनी देर तक किसी को गिरफ्तार करना गैर कानूनी है। अब तक उनको कोर्ट में पेश करना चाहिए था। राज्य सभा सांसद, दिल्ली सरकार के मंत्री को किन किन धाराओं में गिरफ्तार कर रखा है। यह भी नहीं बताया गया है। उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर वही बासी कहानी है जो सीबीआई मई 2022 से सुना रही है। ऐसे में अचानक मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करने की क्या जरूरत पड़ गई? इस पॉलिसी को तत्कालीन एलजी अनिल बैजल ने अप्रूव किया था। दस माह बाद भी सीबीआई ने अनिल बैजल से पूछताछ क्यों नहीं की है? मनीष सिसोदिया के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। आम आदमी पार्टी के ऊपर केंद्र सरकार अत्याचार कर रही है।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में आज महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी कल से बता रही है कि न सिर्फ मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया है बल्कि आम आदमी पार्टी के 80 फीसदी नेतृत्व को पुलिस ने गिरफ्तार कर रखा है। केंद्र सरकार कह रही है कि हिरासत में लिया गया है। जबकि हिरासत एक-दो घंटे की होती है लेकिन अभी नेताओं को पकड़े 24 घंटे हो जाएंगे। पुलिस क्या नेता तो दूर 24 घंटे किसी आम आदमी को भी हिरासत में रख सकती है? अगर इतनी देर तक किसी को गिरफ्तार कर रखा है तो वह गैर कानूनी है। अब तक उनको कोर्ट में पेश कर बताना चाहिए था कि आपने किन धाराओं में किस कारण से सांसद, दिल्ली सरकार के मंत्री को गिरफ्तार कर रखा है।

इसके अलावा संगठन का काम देखने वाले आदिल अहमद खान, दर्जनों विधायक और चुने हुए पार्षदों को पुलिस ने कल से गिरफ्तार कर रखा है। उन्होंने पूरी रात थाने में काटी है। इसके अलावा जिला प्रभारी, लोकसभा संयोजक भी गिरफ्तार हैं। इस तरह से आम आदमी पार्टी के संगठन को अहम लोगों को कल से केंद्र सरकार ने सलाखों के पीछे डाला हुआ है। यह इमरजेंसी के संकेत हैं। इंदिरा गांधी ने जो इमरजेंसी में किया था वही आज केंद्र की मोदी सरकार कर रही है। आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं को बिना किसी वजह के सलाखों के पीछे डाल रखा है। हम केंद्र सरकार से जवाब चाहते हैं कि आपने किस आधार पर हमारे शीर्ष नेतृत्व को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाला हुआ है।

उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर वही बासी कहानी है जो सीबीआई मई 2022 से सुना रही है। ऐसे में अचानक मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करने की क्या जरूरत पड़ गई? क्या वह देश छोड़कर भाग रहे थे? क्या वह किसी सबूत को नष्ट कर रहे थे। पिछले आठ माह से उनके पास मौका था, जब तब नहीं किया तो अब क्यों करते? मनीष सिसोदिया के खिलाफ कोई नया सबूत भी नहीं मिला है। सभी फाइलें और नोटिंग सीबीआई के पास हैं। सबसे बड़ी बात है कि वह कह रहे हैं कि जो पॉलिसी बनाई गई इसमें भ्रष्टाचार हुआ है। सभी जानते हैं कि इस पॉलिसी को तत्कालीन एलजी अनिल बैजल ने अप्रूव किया था, जिनको केंद्र सरकार ने नियुक्त किया था। ऐसे में दस माह से सीबीआई क्या कर रही है। अभी तक उन्होंने अनिल बैजल से पूछताछ क्यों नहीं की है। सिर्फ और सिर्फ झूठ का पुलिंदा है। मनीष सिसोदिया के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। आम आदमी पार्टी के ऊपर केंद्र सरकार अत्याचार कर रही है। इस सब को जनता देख रही है। आम आदमी पार्टी और मनीष सिसोदिया को प्यार करने वाले भाजपा के मुख्यालय पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए जाएंगे।

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