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AAP के कार्यालय का आवंटन रद्द करना, आम आदमी पार्टी के साथ भेदभाव : केजरीवाल

AAP कर रही है जनता के ह़क में काम, इसीलिए AAP को ख़त्म करना चाहती है भाजपा

देश के इतिहास में पहली बार हुआ है जब किसी राज्य की सत्तारुढ़ पार्टी का ऑफ़िस ही छीन लिया गया हो

दिल्ली में सभी पार्टियों का ऑफ़िस चल रहा है, BJP के 7 और कांग्रेस के 5 ऑफ़िस दिल्ली में

‘उपराज्यपाल महोदय द्वारा आम आदमी पार्टी के ऑफ़िस का आवंटन रद्द करना यह दिखाता है कि आम आदमी पार्टी के ख़िलाफ़ भेदभाव की दृष्टि के साथ बर्ताव किया जा रहा है। जहां एक तरफ़ दिल्ली में तकरीबन सभी पार्टियों के कार्यालय हैं तो वहीं दिल्ली में सरकार चलाने वाली आम आदमी पार्टी के कार्यालय को ही बंद किया जा रहा है। दुर्भावना से की गई ये कार्रवाई यह दर्शाती है कि ये लोग आम आदमी पार्टी को ख़त्म करना चाहते हैं और वो भी इसलिए कि आम आदमी पार्टी आम जनता और आम आदमी के हक़ के लिए लड़ रही है।’

‘दिल्ली में 4 रिहायशी बंगलों में कांग्रेस पार्टी ऑफ़िस चला रही है और एक प्लॉट है। कांग्रेस का 24 अकबर रोड़ पर राष्ट्रीय कार्यालय, दीन दयाल उपाद्धाय मार्ग पर दिल्ली कांग्रेस का कार्यालय, 5 रायसीना रोड़ पर इंडियन यूथ कांग्रेस का कार्यालय, 26 अकबर रोड़ पर कांग्रेस सेवा दल का ऑफ़िस, C-102/9 चाणक्यपुरी पर कांग्रेस का ऑफ़िस है, तो कांग्रेस के 4 ऑफ़िस और 1 प्लॉट है, जिस कांग्रेस की दिल्ली में एक भी सीट नहीं मिली उस कांग्रेस के पास 5 ऑफ़िस हैं और जिस आम आदमी पार्टी को 70 में से 67 सीट मिली उस पार्टी का ऑफ़िस ही दिल्ली में नहीं।’

‘भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली में 7 ऑफ़िस और एक प्लॉट है। 11 अशोक रोड़ पर बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यालय है, 14 पंडित पंत मार्ग पर दिल्ली बीजेपी का कार्यालय है, एबीवीपी का ऑफ़िस है, केशव कुंज में आरएसएस का कार्यालय है, आर के पुरम सेक्टर 6 में विश्व हिंदू परिषद का ऑफ़िस है, भारतीय मंज़दूर संघ का ऑफ़िस है, संस्कृत भारती का ऑफ़िस है और एक प्लॉट लिया है जिसका उन्होंने भूमि पूजन कराया है। दिल्ली में आरजेडी का ऑफ़िस है, बीएसपी का दिल्ली में ऑफ़िस है लेकिन दिल्ली में आम आदमी पार्टी का ऑफ़िस नहीं है। जिस भारतीय जनता पार्टी के पास दिल्ली में सिर्फ़ 3 सीटें मिली उसके पास 7 ऑफ़िस हैं जबकि 70 में से 67 सीट के साथ जिस पार्टी की सरकार बनी उसका ऑफ़िस इन्होंने छीन लिया।’

‘हमारे मन में यह प्रश्न उठता है कि ये हमारे साथ ऐसा क्यों कर रहे हैं? हमारा क्या कसूर है? हमारा सिर्फ़ एक ही कसूर है कि हमारी पार्टी आम जनता के लिए और ग़रीबों के लिए काम कर रही है। इस देश के ग़रीबों को हक़ दिलाने के लिए देश के बड़े-से-बड़े माफ़ियाओं के ख़िलाफ़ लड़ रही है। दिल्ली के अंदर हमने बिजली पूरे देश में सबसे सस्ती कर दी, इसके लिए बिजली माफ़ियाओं के ख़िलाफ़ संघर्ष करना पड़ा, अब वो चुप तो बैठेगा नहीं। दिल्ली के अंदर हमने पानी फ्री कर दिया, इसके लिए पानी की कम्पनियों का जो माफ़िया जो टैंकर माफ़िया था वो चुप तो बैठेगा नहीं क्योंकि उनको ख़त्म कर दिया हमने। दिल्ली के सभी अस्पतालों में सभी दवाईयां और सभी टेस्ट मुफ्त कर दिए, इसके बाद जो दवाईयों के ठेकेदार और माफ़िया थे वो चुप तो बैठेंगे नहीं। दिल्ली के अंदर शिक्षा माफ़ियाओं के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की है। वे चुप तो बैठेंगे नहीं। तो बड़े-बड़े माफ़ियाओं को ख़त्म करके दिल्ली के लोगों को हक़ दिलवाया है। और जब से हमने यह ऐलान किया है कि हम दिल्ली नगर निगम में आकर भाजपा और कांग्रेस के नेताओं और पार्षदों द्वारा फैलाए गए भ्रष्टाचार को ख़त्म कर दिल्ली के लोगों का हाउस टैक्स माफ़ करेंगे तो इसके बाद भारतीय जनता पार्टी बुरी तरह से बौखला गयी हैं। इसलिए रोज़ नए-नए झूठे, बेबुनियाद आरोप हमारे उपर लगा रहे हैं, और अब बौखलाकर हमारे दफ्तर को भी उन्होंने छीन लिया है।’

‘दरअसल सच्चाई यह है कि ये लोग हमें ख़त्म करना चाहते हैं। देश के आम आदमी की ये जो पार्टी है उस पार्टी को ही ख़त्म कर देना चाहते हैं, आम आदमी की आवाज़ ही दबा देना चाहते हैं और आदमी पार्टी को ही बंद कर देना चाहते हैं लेकिन ऐसा होगा नहीं, हम सच्चाई के रस्ते पर चल रहे हैं और भगवान हमारे साथ है। हमने कोई ग़लत काम नहीं किया। हम जनता के लिए लड़ रहे हैं। और आज मैं दिल्ली की जनता को ये आश्वासन देना चाहता हूं कि चाहे ये लोग हमसे सबकुछ छीन लें, चाहे हमारा ऑफ़िस छीन लें, हम लोग सड़क पर बैठकर काम कर लेंगे लेकिन जनता के हक़ के लिए हम यूं ही लड़ते रहेंगे। अंतिम सांस तक इस देश के लिए लड़ते रहेंगे। अंतिम सांस तक इन माफ़ियाओं से लड़ते रहेंगे जनता को हक़ दिलाने के लिए। और मुझे यकीन है कि जनता ये सबकुछ देख रही है और 23 अप्रैल को दिल्ली नगर निगम चुनाव में इसका जवाब दिल्ली की जनता अपने वोट से देगी और इनको सबक सिखाएगी।’

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sudhir